History, asked by kritivats20jan, 3 months ago

please answer fast...i need this...who answer fast and correct, i mark him/her bainleist​

Attachments:

Answers

Answered by kjuhi2138
0

Answer: 6. बुद्ध की मृत्यु 80 साल की उम्र में कुशीनारा में चुन्द द्वारा अर्पित भोजन करने के बाद हो गई. जिसे बौद्ध धर्म में महापरिनिर्वाण कहा गया है.

7. भगवान बुद्ध के समय में इसे 'अष्टांग मार्ग'(Eight Fold Path) के नाम से जाना गया। वैसे इस मार्ग को बुद्ध के 'त्रिरत्न' के नाम से भी पहचाना जाता है परंतु प्रज्ञा, शील और ध्यान के इन्हीं त्रिरत्न का विस्तार है अष्टांग मार्ग।

8. अष्टांग मार्ग भगवान बुद्ध की प्रमुख शिक्षाओं में से एक है जो दुखों से मुक्ति पाने एवं तथ्य-ज्ञान के साधन के रूप में बताया गया है। अष्टांग मार्ग के सभी 'मार्ग' , 'सम्यक' शब्द से आरम्भ होते हैं (सम्यक = अच्छी या सही)।

Mark me as brainliest


kritivats20jan: your answer is not correct
kritivats20jan: sorry
kjuhi2138: what about q.no 8
kritivats20jan: no, sorry
kjuhi2138: fine
Similar questions