Please send me all question answers
Attachments:
Answers
Answered by
1
उत्तर नं०-1 -
"आर्थिक विकास एक प्रक्रिया है जिसके द्वारा किसी अर्थव्यवस्था की वास्तविक राष्ट्रीय आय में दीर्घकालिक वृद्धि होती है।"
"एक अल्पविकसित अर्थव्यवस्था वह अर्थव्यवस्था है! जिसमे जनसंख्या वृदि की दर ऊची है! के प्राकतिक एवं मानवीय संसाधन पर्याप मात्रा में विद्यमान है! परतु अल्पशोषित है! पूंजी की निर्माण दर नीची है! एक और लोगो का रहन सहन का स्तर नीची है! लेकिन दूसरी ओर उपलब्ध प्राकतिक मानवीय एवं वित्तीय संसाधन के उपयोग से निरंतर परिवर्तनशील है।'
कारक -
इसके मुख़्य करक निम्नलिखित है।-
1.जनसंख्या...
2.निर्धनता...
3.आय का असमान वितरण...
4.बेरोजगारी...
5.पिछड़े प्रौद्योगिकी...
6.संसाधनो का अपूर्ण उपयोग...
7. पूंजी निर्माण के नीचे दर।
उत्तर न० ओ-2-
अंतर...
1..निर्भरता: अर्थव्यवस्था एक स्वतंत्र कारक है! क्योंकि आर्थिक विकास एक निर्भर कारक हैं।
यह विकास पर निर्भर नहीं करता है! क्योंकि आर्थिक विकास आर्थिक संवृद्धि पर निर्भर करता है!
2.अवधारणा: यह एक मात्र आत्म अवधारणा है।
यह एक गुणात्मक अवधारणा है।
3..जनसंख्या : जनसंख्या में होने वाली वृद्धि आर्थिक प्रभावित करती है।
आर्थिक समृद्धि के स्तर , विकास को भी प्रभावित करती है!
4.पर्यावरण : आर्थिक संवृद्धि पर्यावरण से प्रभावित पर्यावरण का आर्थिक विकास पर प्रभाव नहीं होती है! यह राष्ट्रीय आय पर प्रभाव होता है! क्योंकि पर्यावरण प्रति व्यक्ति आय में वृद्धि आर्थिक मानव जीवन पर प्रभाव पड़ता है।
संवृद्धि या इ स वृद्धि से पर्यावरण पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।
____________________
उत्तर नं०-3-
धारणीय विकास-
यह एक ऐसा तरीका है, जो स्थानीय निवासियों, आदिवासियों केहितों और पर्यावरण को सुरक्षित रखते हुए मनुष्य कीआवश्यकताओं की पूर्ति इस तरह से करे कि येआवश्यकताएं न सिर्फ वर्तमान में पूरी की जा सकें, बल्किआने वाली पीढ़ियों की भी जरूरतों का भी ध्यान रखें।
____________________
"आर्थिक विकास एक प्रक्रिया है जिसके द्वारा किसी अर्थव्यवस्था की वास्तविक राष्ट्रीय आय में दीर्घकालिक वृद्धि होती है।"
"एक अल्पविकसित अर्थव्यवस्था वह अर्थव्यवस्था है! जिसमे जनसंख्या वृदि की दर ऊची है! के प्राकतिक एवं मानवीय संसाधन पर्याप मात्रा में विद्यमान है! परतु अल्पशोषित है! पूंजी की निर्माण दर नीची है! एक और लोगो का रहन सहन का स्तर नीची है! लेकिन दूसरी ओर उपलब्ध प्राकतिक मानवीय एवं वित्तीय संसाधन के उपयोग से निरंतर परिवर्तनशील है।'
कारक -
इसके मुख़्य करक निम्नलिखित है।-
1.जनसंख्या...
2.निर्धनता...
3.आय का असमान वितरण...
4.बेरोजगारी...
5.पिछड़े प्रौद्योगिकी...
6.संसाधनो का अपूर्ण उपयोग...
7. पूंजी निर्माण के नीचे दर।
उत्तर न० ओ-2-
अंतर...
1..निर्भरता: अर्थव्यवस्था एक स्वतंत्र कारक है! क्योंकि आर्थिक विकास एक निर्भर कारक हैं।
यह विकास पर निर्भर नहीं करता है! क्योंकि आर्थिक विकास आर्थिक संवृद्धि पर निर्भर करता है!
2.अवधारणा: यह एक मात्र आत्म अवधारणा है।
यह एक गुणात्मक अवधारणा है।
3..जनसंख्या : जनसंख्या में होने वाली वृद्धि आर्थिक प्रभावित करती है।
आर्थिक समृद्धि के स्तर , विकास को भी प्रभावित करती है!
4.पर्यावरण : आर्थिक संवृद्धि पर्यावरण से प्रभावित पर्यावरण का आर्थिक विकास पर प्रभाव नहीं होती है! यह राष्ट्रीय आय पर प्रभाव होता है! क्योंकि पर्यावरण प्रति व्यक्ति आय में वृद्धि आर्थिक मानव जीवन पर प्रभाव पड़ता है।
संवृद्धि या इ स वृद्धि से पर्यावरण पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।
____________________
उत्तर नं०-3-
धारणीय विकास-
यह एक ऐसा तरीका है, जो स्थानीय निवासियों, आदिवासियों केहितों और पर्यावरण को सुरक्षित रखते हुए मनुष्य कीआवश्यकताओं की पूर्ति इस तरह से करे कि येआवश्यकताएं न सिर्फ वर्तमान में पूरी की जा सकें, बल्किआने वाली पीढ़ियों की भी जरूरतों का भी ध्यान रखें।
____________________
arun5076:
thnx
Similar questions
Math,
7 months ago
History,
7 months ago
History,
7 months ago
Political Science,
1 year ago
English,
1 year ago