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1.भागीदारी या साझेदारी (partnership) व्यावसायिक संगठन का एक स व्यक्तियों का पारस्परिक संबंध है, जिसमें लाभ कमाने के उद्देश्य से एक व्यावसायिक उद्यम का गठन किया जाता है। वे व्यक्ति जो एक साथ मिलकर व्यवसाय करते है, उन्हें व्यक्तिगत रूप से 'साझेदारी' (पार्टनरशिप) और सामूहिक रूप से 'फर्म' कहा जाता है।
2. partnership deed is an agreement between partners either in written form or oral.
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1.साझेदारी का अर्थ (Meaning of Partnership):-
साझेदारी दो या दो से अधिक व्यक्तियों की वह संस्था है, जिसमें वह अपनी स्वतंत्र इच्छा से किसी व्यापार को वैधानिक रूप से चलाने, अपना स्वामित्व रखने तथा उसमें होने वाले सामूहिक लाभ को प्राप्त करने के लिये निजी धन, सम्पत्ति, श्रम तथा कुशलता का सामूहिक प्रयोग करते है ।
इस प्रकार जिस व्यापार के दो या हो से अधिक स्वामी होते है तथा उनका आपस में निश्चित व्यापारिक समझौता होता है, उसको साझेदारी कहेंगे । समझौते की सफलता साझेदारी के आपसी सहयोग व विश्वास पर निर्भर करती है ।
Step-by-step explanation:
3.
1.LLP के स्ट्रक्चर को सिर्फ किसी कंपनी द्वारा ही इस्तेमाल किया जा सकता है.
2. कंपनी के रजिस्ट्रेशन की यह प्रक्रिया बहुत आसान है और इसमें खर्च भी बहुत कम आता है.
3.LLP एक अलग कानूनी इकाई है. यह व्यक्तिगत पार्टनर से अलग है.
4. कंपनी के रजिस्ट्रेशन के एग्रीमेंट के हिसाब से हर पार्टनर की जिम्मेदारी सीमित है. इसकी वजह यह है कि नियमित partnership फर्म में असीमित जिम्मेदारी होती है, जबकि इसमें शेयर होल्डिंग के हिसाब से ही जिम्मेदारी होती है.
5.LLP के तहत रजिस्टर की जाने वाली कंपनी पर सरकार के कुछ प्रतिबंध लागू होते हैं. इसके साथ ही कंप्लायंस संबंधी कुछ मसले भी हैं. यह आम पार्टनरशिप फर्म की तुलना में अधिक कड़े हैं.