pls ans me in a sentence traffic signals information in hindi and telephone alsooooo
Answers
रोड सेफ्टी चिन्ह तीन प्रकार के होते हैं | 3 Types of Road Safety Signs
1. अनिवार्य संकेत : इन चिन्हों का उपयोग सडको के हादसों को काम करने के लिए किया जाता हैं ।जिसमे कानून की भी सहायत ली जाती हैं और इसी कारण रोड के नियम तोड़ने वालो को जेल भी कभी जाना पड़ता है ,क्यूंकि यातायात के नियमो का पालन ना करते हुवे लोग अपने साथ साथ ऑरो को भी खतरे में डालते है।
2. चेतावनी के संकेत : चेतावनी के संकेत उपयोग करने का कारण होता हैं की इससे किसी भी वाहन चालाक को आगे की सड़क की स्थिति पता चल जाती हैं और वो पहले से ज्यादा रस्ते को जान जाता है और यदि सही समय पर सही कदम उठाने से लोगो का जीवन बच जाता है।
3. सूचक संकेत : ये चिन्ह या संकेत वाहन चालाक को विभिन्न प्रकार की सूचना प्रदान करते हैं जैसे उन्हें कितना दूर जाना हैं, किस दिशा में जाना हैं, पास में कोई खाने पिने की जगह हैं या नहीं आदि।
Explanation:
telephone
दूरभाष या टेलीफोन, दूरसंचार का एक उपकरण है। यह दो या कभी-कभी अधिक व्यक्तियों के बीच बातचीत करने के काम आता है। विश्व भर में आजकल यह सर्वाधिक प्रचलित घरेलू उपकरण है।
आविष्कार संपादित करें
टेलिफोन (Telephone) के अस्तित्व की संभावना सर्वप्रथम संयुक्त राज्य अमरीका के ऐलेक्ज़ैन्डर ग्राहम बेल की इस उक्ति में प्रकट हुई: यदि मैं विद्युद्वारा की तीव्रता को ध्वनि के उतार चढ़ाव के अनुसार उसी प्रकार न्यूनाधिक करने की व्यवस्था कर पाऊँ, जैसा ध्वनिसंचरण के समय वायु के घनत्व में होता है, तो मैं मुख से बोले गए शब्दों को भी टेलिग्राफ की विधि से एक स्थान से दूसरे स्थान को संचारित कर सकने में समर्थ हो सकूंगा।
अपनी इसी धारणा के आधार पर बेल ने अपने सहायक टॉमस वाट्सन की सहायता से टेलिफोन पद्धति का आविष्कार करने के हेतु प्रयास आरंभ कर दिया और अंत में 10 मार्च, 1876 ई को वे ऐसा यंत्र बना सकने में सफल हो गए जिससे उन्होंने वाट्सन के लिये संदेश प्रेषित किया- मि. वाट्सन, यहाँ आओ। मुझे तुम्हारी आवश्यकता है। लगभग उसी समय अमरीका में इसी संबंध में कुछ अन्य लोग विद्युद्विधि द्वारा वाग्ध्वनि का संचरण करने के संबंध में प्रयोग कर रहे थे और प्रो. एलिशा ग्रे नामक वैज्ञानिक ने, बेल द्वारा अपने यंत्र को पेटेंट कराने का प्रार्थनापत्र दिए जाने के केवल तीन घंटे बाद ही, अपने एक ऐसे ही यंत्र को पेटेंट कराने के हेतु आवेदन किया। इसपर बड़ा विवाद उत्पन्न हुआ और लगभग 600 विभिन्न मुकदमें बेल और ग्रे के बीच चलने के बाद अंत में बेल की विजय हुई और वे टेलिफोन के वास्तविक आविष्कारक के रूप में प्रतिष्ठित हुए।