pls tell all kamchor chapter muhavre asap
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हिंदी अौर अंग्रेजी दोनों ही भाषाओं में ऐसे कई मुहावरे हैं जो काफी लोकप्रिय हैं. जानें ऐसे ही मुहावरों के बारे में:
अंग्रेजी में मुहावरा: Might is right.
हिंदी में मुहावरा: जिसकी लाठी उसकी भैंस.
अभिप्राय: जो ताकतवर होता है उसी की बात माननी पड़ती है .
अंग्रेजी में मुहावरा:A fog cannot be dispelled by a fan.
हिंदी में मुहावरा: ओस चाटने से प्यास नहीं बुझती.
अभिप्राय: बड़े काम के लिए बड़ा प्रयत्न करना पड़ता है .
अंग्रेजी में मुहावरा: An empty vessel sounds much.
हिंदी में मुहावरा: थोथा चना बाजे घना / अधजल गगरी छलकत जाय.
अभिप्राय: जिसको कम ज्ञान होता है वो दिखावा करने के लिए अधिक बोलता है.
अंग्रेजी में मुहावरा: Birds of same feather flock together.
हिंदी में मुहावरा: चोर-चोर मौसेरे भाई / एक ही थैली के चट्टे-बट्टे.
अभिप्राय: एक जैसे लोग एक साथ रहते हैं .
अंग्रेजी में मुहावरा: Do evil and look for like.
हिंदी में मुहावरा: कर बुरा तो होय बुरा / जैसी करनी वैसी भरनी.
अभिप्राय: जो जैसा करता है उसके साथ वैसा ही होता है .
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अंग-अंग मुसकाना (बहुत प्रसन्न होना) – विद्यालय में प्रथम स्थान पाने पर आयुष का अंग-अंग मुसकरा रहा है।
अँगूठा दिखाना (साफ़ इंकार करना) – उसने कोमल से पुस्तक माँगी, लेकिन उसने अँगूठा दिखा दिया।
अंधे की लकड़ी (एकमात्र सहारा) – श्रवण कुमार अपने माता-पिता के लिए अंधे की लाठी था।
अगर-मगर करना (बहाने बनाना) – जब मैंने अपने मित्र से मुसीबत के समय सहायता माँगी तो वह अगर-मगर करने लगा।
आँखों में धूल झोंकना (धोखा देना) – सुभाष चंद्र बोस आँखों में धूल झोंककर भारत से गायब हो गए।
अक्ल पर पत्थर पड़ना (कुछ समझ में न आना) – आयुष आजकल ऐसे काम करता है, जिसे देखकर लगता है कि उसकी अक्ल पर पत्थर पड़ गया है।
अपने पाँव पर कुल्हाड़ी मारना (स्वयं अपना नुकसान करना) – सरकारी नौकरी छोड़कर अपनी दुकान खोलने की बात करना अपने पाँव पर कुल्हाड़ी मारने जैसा है।
आसमान सिर पर उठाना (बहुत शोर मचाना) – कक्षा में किसी अध्यापक के न होने के कारण छात्रों ने आसमान सिर पर उठा लिया।
आँखें फेर लेना (बदल जाना) – मुसीबत आने पर अपने भी आँखें फेर लेते हैं।
अपने मुँह मियाँ मिट्ठू बनना (अपनी प्रशंसा स्वयं करना) – अजय तुम कोई काम तो करते हो नहीं, बस अपने मुँह मियाँ मिठू बनते रहते हो।
आँखें चुराना (सामने आने से कतराना) – परीक्षा में कम अंक लाने के कारण पुत्र पिता से आँखें चुरा रहा है।
आँखें खुलना (होश आ जाना) – जब उसे अपने पुत्र की हरकतों का पता चला, तो उसकी आँखें खुल गईं।
आगा-पीछा करना (इधर-उधर होना) – प्राचार्य के मैदान में आते ही छात्र आगा-पीछा करने लगे।
आस्था हिलना (विश्वास उठना) – आजकल सच्चाई और ईमानदारी के प्रति लोगों की आस्था हिलने लगी है।
कान भरना (चुगली करना) – ज्ञान को कान भरने की बुरी आदत है।
कोई जोड़ न होना (मुकाबला न होना) – नेहा की लिखाई का कोई जोड़ नहीं है।
कातर ढंग से देखना (भय के भाव से नज़र बचाकर देखना) – बिना कारण पिटने पर ड्राइवर मुझे कातर भाव से देखने लगा।
कसर निकालना (कमी पूरी करना) – व्यापारियों ने त्योहारों के अवसर पर वस्तुओं को अत्यधिक दामों पर बेचकर कसर निकाल लेते हैं।
कमर तोड़ना (बहुत सुंदर लिखना) – अपने इस निबंध को लिखते हुए नेहा ने कमर तोड़ दिया है।
कान भरना (चुगली करना) – रजत हमेशा आयुष के खिलाफ अध्यापक के कान भरता रहता है।
कोल्हू का बैल (लगातार काम करना) – मैं यहाँ लगातार कोल्हू के बैल की तरह लगा रहता हूँ और तुम हो कि रात दिन मौज-मस्ती करते रहते हो।
कलई खुलना (भेद खुलना) – पड़ोसी के घर में रोज महँगे-महँगे समान आ रहे थे। अचानक एक दिन पुलिस के आने से उसकी सारी कलई खुल गई।