Poem on sukhti nadiyan in hindi
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हम सबके जीवन में
नदी की स्मृति होती है
हमारा जीवन
स्मृतियों की नदी है ।
Hindi Poems On Rivers – नदियों पर हिन्दी कविताएँ
Last Updated April 11, 2018 By The Editor Leave a Comment
Hindi Poems on Rivers या नदियों पर हिन्दी कविताएँ. इस आर्टिकल में बहुत सारी हिन्दी कविताओं का एक संग्रह दिया गया है जिनका विषय नदियों (Rivers) पर आधारित है.
Hindi Poems On Rivers – नदियों पर हिन्दी कविताएँ
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Hindi Poems On Rivers नदियों पर हिन्दी कविताएँ
एक कविता नदी के लिए / राकेश रोहित
हम सबके जीवन में
नदी की स्मृति होती है
हमारा जीवन
स्मृतियों की नदी है ।
नदी खोजते हुए हम
घर से निकल आते हैं
और घर से निकल हम
खोई हुई एक नदी याद करते हैं ।
नदी की तलाश में ही कवि निलय उपाध्याय
गंगोत्री से गंगासागर तक हो आए
अब एक नदी उनके साथ चलती है
अब एक नदी उनके अन्दर बहती है ।
बचपन में कभी
तबीयत से उछाला एक पत्थर[1]
नदी के साथ बहता है
और
नदी की तलहटी में कोई सिक्का
चुप प्रार्थनाओं से लिपटा पड़ा रहता है ।
सभ्यता की शुरूआत में
शायद कोई नदी किनारे रोया था
इसलिए नदी के पास अकेले जाते ही
छूटती है रुलाई
और मन के अन्दर
कहीं गहरे दबा प्यार वहीं याद आता है ।
नदी किनारे अचानक
एक डर हमें भिंगोता है
और गले में घुटता है
कोई अनजाना आर्तनाद ।
कुछ गीत जो दुनिया में
अब भी बचे हुए हैं
उनमें नदी की याद है
अब भी नदी की हवा
आकर अचानक छूती है
तो पुरखों के स्पर्श से
सिहरता है मन !
दोस्तों !
इस दुनिया में
जब कोई नहीं होता साथ
एक अकेली नदी हमसे पूछती है —
तुम्हें जाना कहाँ है ?
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