pratahkal Vishay par Sundar Si Kavita likhiye
Answers
Answered by
2
रात बिदाई पर सूरज ने
किरणों को बिखराया ,
प्रातःकाल ने उठने का
घर -घर में बिगुल बजाया |
दौड़ भाग लग जाती घर में ,
बड़े हो या फिर छोटे ,
जाते दफ्तर , जाते शाला
हों चाहे वो खोटे |
भ्रमण को जाता , कोई व्यायाम ,
कोई योगा करता ,
स्फूर्ति और जोश से तन को ,
दिनभर को ये भरता |
मंदिर , मस्जिद ,
गुरूद्वारे के पट है सब खुल जाते ,
पूजा- पाठ इबादत से
जीवन के दर्शन पाते |
उछल कूद यूँ जल्दी से
कट जाता प्रातःकाल ,
बाल्यावस्था लगता है ये
दिन के प्रातःकाल | |
किरणों को बिखराया ,
प्रातःकाल ने उठने का
घर -घर में बिगुल बजाया |
दौड़ भाग लग जाती घर में ,
बड़े हो या फिर छोटे ,
जाते दफ्तर , जाते शाला
हों चाहे वो खोटे |
भ्रमण को जाता , कोई व्यायाम ,
कोई योगा करता ,
स्फूर्ति और जोश से तन को ,
दिनभर को ये भरता |
मंदिर , मस्जिद ,
गुरूद्वारे के पट है सब खुल जाते ,
पूजा- पाठ इबादत से
जीवन के दर्शन पाते |
उछल कूद यूँ जल्दी से
कट जाता प्रातःकाल ,
बाल्यावस्था लगता है ये
दिन के प्रातःकाल | |
Similar questions