public speaking on pariksha ka tanav in hindi
Answers
Answer:
अभी परीक्षा का दौर चल रहा है। छात्रों में तनाव का पाया जाना इस समय आम बात है। न सिर्फ छात्र बल्कि उनके अभिभावक भी तनाव में रहते हैं। देर रात पढ़ने के साथ-साथ परीक्षा को लेकर चर्चा का माहौल गर्म होता है। इन सब वजहों से तनाव उच्च सीमा पर पहुंच जाता है। लेकिन तनाव से कोई फायदा नहीं होता, उल्टे काफी नुकसान होता है। इस तनाव से ढंग से निपटने की जरूरत है। छात्र तनावों का कैसे सामना कर सकते हैं, इस बारे में मेघना कोहली ने छात्रों का मार्गदर्शन किया है। वह सिम्बायॉसिस इंस्टिट्यूट ऑफ बिजनस मैनेजमेंट (एसआईबीएम) में सिम्बायॉसिस सेंटर फॉर इमोशनल वेल बीइंग की सदस्य हैं। आइए इस तनाव से निपटने के मेघना द्वारा सुझाए कुछ उपायों के बारे में जानते हैं...नियमित कामों में कटौती न करें
मेघना सुझाव देती हैं, छात्रों को अपनी रोजाना की गतिविधियों में कटौती नहीं करनी चाहिए। उनको रोजाना की तरह ही जिम या खेलकूद पर ध्यान देना चाहिए। मेघना कहती हैं, 'शारीरिक गतिविधियों से तनाव से राहत मिलती है और आप अच्छा महसूस करते हैं।'खूब खाएं और पिएं
मेघना कहती हैं, 'अकसर छात्र परीक्षाओं के दौरान खाना पर सही से ध्यान नहीं देते हैं। ऐसा करना सही नहीं है बल्कि उनको परीक्षा के दौरान खूब पानी पीना चाहिए और पोषक भोजन लेना चाहिए।' खूब पानी पिएं, फल और सब्जी खाएं।
रात में ढंग से सोएं
मेघना कहती हैं कि परीक्षा के दिनों में छात्र देर रात तक पढ़ाई करते हैं। वे सही से सोते नहीं है। वह बताती हैं, 'उनको उचित रूप से आराम करने की जरूरत होती हैं और नींद से समझौता नहीं करना चाहिए।'
पहले से तैयारी करें
परीक्षा से पहले तैयारी करने से बोझ कम होता है। मेघना बताती हैं, 'छात्रों को काफी पहले से तैयारी करनी चाहिए और अपने लक्ष्यों की योजना बनानी चाहिए।'