Hindi, asked by sateshkhanna786, 10 months ago

Q1. सप्रसंग व्याख्या कीजिये-
अहे विश्व ! ऐ विश्व-व्यथित मन!
किधर बह रहा है जीवन?
यह लघु पोत ,पात,तृण, रज -कण
अस्थिर भीरु -वितान,
किधर?-किस ओर ?-अछोर-अजान,
डोलता है यह दुर्बल यान?​

Answers

Answered by probrainsme102
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Answer:

कविता में कवि अपने विश्व को लेकर के अपने मन की बात को रहा है

Explanation:

  • कवि व्यथित मन से बोल रहा है की आज कल का जीवन किस तरफ जा रहा है
  • किसी के मन के अंदर मानवत नहीं बची है
  • सब के सब तेज़ से भागी दुनिया में व्यस्त है।
  • किसी के पास वक्त नहीं है की थोड़ी देर रुक कर के अपने ले समय निकल ले।
  • वह यह भी कहना चाहता है कि पता नहीं ये दौड़ भाग वाला जीवन कब रुकेगा

#SPJ3

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