Q17( 1 ) एक पंक्ति में परमाणु के आकार में कमी के कारण की पहचान करें-
(a) नए कोश जोड़े जा रहे हैं जो बाहरी इलेक्ट्रॉनों और नाभिक
के बीच की दूरी को बढ़ाते हैं।
(b) परमाणु आवेश में वृद्धि इलेक्ट्रॉनों को नाभिक के करीब
खींचने के लिए होती है ।
(c) वैद्युत ऋणात्मकता पंक्ति में बाएँ से दाएँ बढ़ती है।
(d) समूह में सभी तत्वों के लिए संयोजकता अलग है।
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Answer:
नाभिक, परमाणु के मध्य स्थित धनात्मक वैद्युत आवेश युक्त अत्यन्त ठोस क्षेत्र होता है। नाभिक, नाभिकीय कणों प्रोटॉन तथा न्यूट्रॉन से बने होते है। इस कण को नूक्लियान्स कहते है। प्रोटॉन व न्यूट्रॉन दोनो का द्रव्यमान लगभग बराबर होता है और दोनों का आंतरिक कोणीय संवेग (स्पिन) १/२ होता है। प्रोटॉन इकाई विद्युत आवेशयुक्त होता है जबकि न्यूट्रॉन अनावेशित होता है। प्रोटॉन और न्यूट्रॉन दोनो न्यूक्लिऑन कहलाते है। नाभिक का व्यास (10−15 मीटर)(हाइड्रोजन-नाभिक) से (10−14 मीटर)(युरेनियम) के दायरे में होता है। परमाणु का लगभग सारा द्रव्यमान नाभिक के कारण ही होता है, इलेक्ट्रान का योगदान लगभग नगण्य होता है। सामान्यतः नाभिक की पहचान परमाणु संख्या Z (प्रोटॉन की संख्या), न्यूट्रॉन संख्या N और द्रव्यमान संख्या A(प्रोटॉन की संख्या + न्यूट्रॉन संख्या) से होती है जहाँ A = Z + N। नाभिक के व्यास की परास "फर्मी" के कोटि की होती है। न्यूट्रॉन की संख्या=A-Z होता हैAA