"Question 1 खानपान की मिश्रित संस्कृति से लेखक का क्या मतलब है? अपने घर के उदाहरण देकर इसकी व्याख्या करें?
Class 7 - Hindi - खानपान की बदलती तसवीर Page 105"
Answers
खान-पान की मिश्रित संस्कृति से लेखक का मतलब है अनेक प्रकार के व्यंजनों का प्रयोग। जैसे हम अपने घर में इडली, डोसा, समोसा, नूडल्स, रोटी, दाल ,साग आदि अनेक प्रकार के व्यंजनों को बनाकर उनका प्रयोग करते है। ये व्यंजन उत्तर, दक्षिण, अनेक देश प्रदेश तथा पश्चिमी संस्कृति से मिले जुले होते हैं । इसलिए इसे खानपान की मिश्रित संस्कृति कहते हैं।
Explanation:
खानपान की मिश्रित संस्कृति से लेखक का क्या मतलब है? अपने घर के उदाहरण देकर इसकी व्याख्या करे ?
खानपान की मिश्रित संस्कृति से लेखक का अभिप्राय यह है कि आज में समय हमारी संस्कृति बदल गई है | हम अपनी संस्कृति को भूल कर वेस्टन संस्कृति को अपना रहे है |
व्याख्या :
हम अपनी संस्कृति भूलते ही जा रहे है , और वेस्टन चीजों को अपना रहे है | वेस्टन रीति-रिवाजों को निभा रहे है | वेस्टन खाना खा रहे है | घर की संस्कृति और रिवाजों को भूल गए है | अपनी संस्कृति को भूल कर सब कुछ भूल रहे है |
बच्चे फैशन का शिकार होकर गलत रास्तों पर चल कर , गलत काम कर रहे है जैसे नशा करना , चोरी करना , रात-रात को घूमना , लड़ाई करना |
घर का उदाहरण इस प्रकार है :
आज के समय में मेरा घर नहीं रहा है , अब एक मकान जैसे लगता है | घर में कोई परिवार नहीं रहता है | सब अकेले रहना पसंद करते है | घर का बना हुआ खाना कोई पसंद नहीं करता है , सब बाहर के खाना खाने चाहते है | घर का खाना स्वाद नहीं लगता है | बच्चे , बड़े सब बाहर का खाना खाते है , विदेशी कपड़े , बोली , सब अपना रहे है |
अब कोई एक साथ मिलकर त्योहार नहीं बनाते है | सब अपने में रहना पसंद करते है |