Question 1.
निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए और पूछे गए प्रश्नों के सही उत्तर वाले विकल्प चुनिए।
मनुष्य सुख और शांति के लिए जन्म से ही प्रयास करता आया है। अपनी उन्नति के लिए वह सृष्टि के आरंभ से ही प्रयत्नशील है। शिक्षा द्वारा
उसे पूर्ण मानसिक शक्ति प्राप्त हुई है। शिक्षा के प्रभाव से वह चमत्कृत हो उठा है। शिष्ट बनाने के लिए शिक्षा महत्वपूर्ण साधन है ।व्यक्ति की
सच्ची स्वतंत्रता निरक्षरता में नहीं, साक्षरता में है। इसलिए हमारे देश के नेताओं ने देश को स्वतंत्रता से काफी पहले राष्ट्रीय विकास के माध्यम के
रूप में शिक्षा के महत्व को अनुभव कर लिया था ।यह जान चुके थे कि नैतिक,आर्थिक एवं सामाजिक उत्थान के लिए शिक्षा आवश्यक है।
साक्षरता प्रतीक है स्वतंत्रता एवं विकास का शिक्षा ही गुलामी की जंजीरों तथा शोषण से हमारी रक्षा करती है। जब कोई व्यक्ति सूदखोर
जमीदार को पढ़ने व समझने लगता है, जब वह खाली कोरे कागज पर अंगूठा लगाने से इंकार कर देता है तब होता है एक विस्फोट,जिसकी गूंज
व लौ दूर दूर तक महसूस की जा सकती है। फिर जन्म होता है एक नए मानव का, एक स्वतंत्र एवं आत्मनिर्भर मानव का। इसके साथ ही
समाज लेता है एक नई अंगड़ाई, एक नई दिशा एक नया मोड़।
शिक्षा व्यक्ति को क्या बनाती है?
अहंकारी
शिष्ट
धनवान
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Answer:
शिक्षा व्यक्ति को शिष्ट बनाती है।
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शिष्ट
Explanation:
shiksha se vyakti me sabhyata jese naye naye guun viksit hote hai isiliye shiksha vyakti ko shisht bnati hai
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