Question 1:
वचनानुसारं रिक्तस्थानानि पूरयतः
एकवचनम् द्विवचनम् बहुवचनम्
यथा- मन्दिरे मन्दिरयोः मन्दिरेषु
असवरे .......... ..........
स्थलयोः .......... ..........
दिवसेषु ........... ..........
क्षेत्रे ........... ..........
व्यजनयोः .......... ..........
पुष्पेषु .......... ..........
Class 6 NCERT Sanskrit Chapter पुष्पोत्सवः (सप्तमी-विभक्तिः)
Answers
•संस्कृत में तीन वचन होते हैं -
एकवचनम् >> जिससे एक वस्तु का बोध हो ।
द्विवचनम् >> जिसमें दो वस्तुओं का बोध हो।
बहुवचनम् >> जिससे अनेक वस्तुओं का बोध हो।
•संस्कृत में संबोधन को छोड़कर सात विभक्तियां , 3 लिंग एवं तीन वचन होते हैं ।
विभक्तियां -प्रथमा(ने), द्वितीया(को) , तृतीया(के द्वारा), चतुर्थी(के लिए) ,पंचमी(से अलग), षष्टी( का/के/की), सप्तमी(मे,पे,पर) , संबोधनम्(हे/अरे) ।
•कारक को प्रकट करने के लिए शब्द के साथ जो प्रत्यय जोड़ा जाता है उसे विभक्ति कहते हैं।
उत्तराणि : -
एकवचनम् द्विवचनम् बहुवचनम्
असवरे अवसरयोः अवसरेषु
स्थले स्थलयोः स्थलेषु
दिवसे दिवसयोः दिवसेषु
क्षेत्रे क्षेत्रयोः क्षेत्रेषु
व्यजने व्यजनयोः व्यजनेषु
पुष्पे पुष्पयोः पुष्पेषु
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Answer:इस पाठ में सप्तमी विभक्ति का प्रयोग हुआ है।
•संस्कृत में तीन वचन होते हैं -
एकवचनम् >> जिससे एक वस्तु का बोध हो ।
द्विवचनम् >> जिसमें दो वस्तुओं का बोध हो।
बहुवचनम् >> जिससे अनेक वस्तुओं का बोध हो।
•संस्कृत में संबोधन को छोड़कर सात विभक्तियां , 3 लिंग एवं तीन वचन होते हैं ।
विभक्तियां -प्रथमा(ने), द्वितीया(को) , तृतीया(के द्वारा), चतुर्थी(के लिए) ,पंचमी(से अलग), षष्टी( का/के/की), सप्तमी(मे,पे,पर) , संबोधनम्(हे/अरे) ।
•कारक को प्रकट करने के लिए शब्द के साथ जो प्रत्यय जोड़ा जाता है उसे विभक्ति कहते हैं।
उत्तराणि : -
एकवचनम् द्विवचनम् बहुवचनम्
असवरे अवसरयोः अवसरेषु
स्थले स्थलयोः स्थलेषु
दिवसे दिवसयोः दिवसेषु
क्षेत्रे क्षेत्रयोः क्षेत्रेषु
व्यजने व्यजनयोः व्यजनेषु
पुष्पे पुष्पयोः पुष्पेषु
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