Question 13:
कविता में मेघ को 'पाहुन' के रूप में चित्रित किया गया है। हमारे यहाँ अतिथि (दामाद) को विशेष महत्व प्राप्त है, लेकिन आज इस परंपरा में परिवर्तन आया है। आपको इसके क्या कारण नज़र आते हैं, लिखिए।
Class 9 NCERT Hindi Kshitij Chapter मेघ आए
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सर्वेश्वर दयाल सक्सेना की कविता ‘मेघ आए’ प्राकृतिक सौंदर्य से युक्त कविता है। इसमें कवि ने बादलों के आने को एक मेहमान के रूप में पेश किया है। कवि ने आकाश में मेघों के आने का वर्णन की तुलना गांव में सज सवंरकर आने वाले दमाद के साथ की है। जिस प्रकार दमाद के आने पर गांव में प्रसन्नता का वातावरण उत्पन्न हो जाता है उसी प्रकार मेघा के आने पर धरती के प्राकृतिक उपादान उमंग में झूम उठते हैं।
उत्तर :-
दामाद को आज भी भारतीय समाज में वैसा ही विशेष सम्मान प्राप्त जैसे पहले था पर अब सम्मान का स्वरुप बदल गया है। दमाद का स्वागत अब गांव में भी घर की चारदीवारी तक ही सिमट कर रह गया है।लोगों का जीवन के प्रति नजरिया में बदलाव आ गया है। अब दमाद मेहमान से प्रतीत नहीं होता बल्कि वह परिवार का बेटा ही लगता है जिसके आने पर किसी दिखावे की आवश्यकता अनुभव नहीं होती। अपने-अपने काम में आतिव्यस्तता भी इस परंपरा में परिवर्तन का एक कारण हो सकता है।
आशा है कि यह उत्तर आपकी मदद करेगा।
उत्तर :-
दामाद को आज भी भारतीय समाज में वैसा ही विशेष सम्मान प्राप्त जैसे पहले था पर अब सम्मान का स्वरुप बदल गया है। दमाद का स्वागत अब गांव में भी घर की चारदीवारी तक ही सिमट कर रह गया है।लोगों का जीवन के प्रति नजरिया में बदलाव आ गया है। अब दमाद मेहमान से प्रतीत नहीं होता बल्कि वह परिवार का बेटा ही लगता है जिसके आने पर किसी दिखावे की आवश्यकता अनुभव नहीं होती। अपने-अपने काम में आतिव्यस्तता भी इस परंपरा में परिवर्तन का एक कारण हो सकता है।
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दहेज की कुप्रथा के कारण और अर्थ आधारित समाज व्यवस्था के कारण मानवीय संबंधों में आई प्रेम की कमी इसके प्रमुख कारण है क्योंकि जब विवाह रुपए-पैसे और पर आधारित हो गए हैं तो लोग यह सोचने लगे कि पैसे दे दिए कर्तव्य से मुक्ति मिल गई.
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