Question 4:
अधोलिखितानां पदानां निर्देशानुसारं पदपरिचय लिखत-
पदानि मूलशब्दः लिङ्गम् विभक्तिः वचनम्
यथा- वेदानाम् वेद पुँल्लिङ्गम् षष्ठी बहुवचनम्
पिता ................ ............... ............... ...............
शिक्षायै ............... ............... ............... ...............
कन्याः ............... ............... ............... ...............
नारीणाम् ............... ............... ............... ...............
मनोरमया ............... ............... ............... ...............
Class 7 NCERT Sanskrit Chapter पण्डिता रमाबाई
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•संस्कृत में संबोधन को छोड़कर सात विभक्तियां , 3 लिंग एवं तीन वचन होते हैं ।
विभक्तियां -प्रथमा, द्वितीया , तृतीया, चतुर्थी ,पंचमी, षष्टी, सप्तमी , संबोधनम् ।
•संस्कृत में तीन वचन होते हैं - एकवचन >> जिससे एक वस्तु का बोध हो , द्विवचन >> जिसमें दो वस्तुओं का बोध हो तथा बहुवचन >> जिससे अनेक वस्तुओं का बोध हो।
•लिंग : संस्कृत भाषा में 3 लिंग होते हैं। सामान्यता पुरुष जाति का बोध कराने वाले शब्द पुल्लिंग में , स्त्री जाति का बोध कराने वाले शब्द स्त्रीलिंग में तथा अन्य शब्द नपुसंकलिंग में होते हैं।
•संस्कृत में छह कारक होते हैं - कर्ता, कर्म ,करण, संप्रदान अपादान, अधिकरण।
•कारक को प्रकट करने के लिए शब्द के साथ जो प्रत्यय जोड़ा जाता है उसे विभक्ति कहते हैं।
उत्तराणि:-
१.
पदानि --- पिता
मूलशब्द: --- पितृ
लिङ्गम् --- पुँल्लिङ्गम्
विभक्ति: --- प्रथमा
वचनम्---- एकवचनम्
२.
पदानि --- शिक्षायै
मूलशब्द: --- शिक्षा
लिङ्गम् --- स्त्रीलिङ्गम्
विभक्ति: ---चतुर्थी
वचनम्---- एकवचनम्
३.
पदानि --- कन्याः
मूलशब्द: --- कन्या
लिङ्गम् --- स्त्रीलिङ्गम्
विभक्ति: --- प्रथमा/ द्वितीया
वचनम्---- बहुवचनम्
४.
पदानि --- नारीणाम्
मूलशब्द: --- नारी
लिङ्गम् --- स्त्रीलिङ्गम्
विभक्ति: --- षष्टी
वचनम्---- बहुवचनम्
५.
पदानि --- मनोरमया
मूलशब्द: --- मनोरमा
लिङ्गम् --- स्त्रीलिङ्गम्
विभक्ति: --- तृतीया
वचनम्---- एकवचनम्
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विभक्तियां -प्रथमा, द्वितीया , तृतीया, चतुर्थी ,पंचमी, षष्टी, सप्तमी , संबोधनम् ।
•संस्कृत में तीन वचन होते हैं - एकवचन >> जिससे एक वस्तु का बोध हो , द्विवचन >> जिसमें दो वस्तुओं का बोध हो तथा बहुवचन >> जिससे अनेक वस्तुओं का बोध हो।
•लिंग : संस्कृत भाषा में 3 लिंग होते हैं। सामान्यता पुरुष जाति का बोध कराने वाले शब्द पुल्लिंग में , स्त्री जाति का बोध कराने वाले शब्द स्त्रीलिंग में तथा अन्य शब्द नपुसंकलिंग में होते हैं।
•संस्कृत में छह कारक होते हैं - कर्ता, कर्म ,करण, संप्रदान अपादान, अधिकरण।
•कारक को प्रकट करने के लिए शब्द के साथ जो प्रत्यय जोड़ा जाता है उसे विभक्ति कहते हैं।
उत्तराणि:-
१.
पदानि --- पिता
मूलशब्द: --- पितृ
लिङ्गम् --- पुँल्लिङ्गम्
विभक्ति: --- प्रथमा
वचनम्---- एकवचनम्
२.
पदानि --- शिक्षायै
मूलशब्द: --- शिक्षा
लिङ्गम् --- स्त्रीलिङ्गम्
विभक्ति: ---चतुर्थी
वचनम्---- एकवचनम्
३.
पदानि --- कन्याः
मूलशब्द: --- कन्या
लिङ्गम् --- स्त्रीलिङ्गम्
विभक्ति: --- प्रथमा/ द्वितीया
वचनम्---- बहुवचनम्
४.
पदानि --- नारीणाम्
मूलशब्द: --- नारी
लिङ्गम् --- स्त्रीलिङ्गम्
विभक्ति: --- षष्टी
वचनम्---- बहुवचनम्
५.
पदानि --- मनोरमया
मूलशब्द: --- मनोरमा
लिङ्गम् --- स्त्रीलिङ्गम्
विभक्ति: --- तृतीया
वचनम्---- एकवचनम्
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Answer:
तस्मै" इति पदे का विभक्तिः ?
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