Question 4:
मञ्जूषात: शब्दान् चित्वा निर्दिष्टस्तम्भेषु लिखत −
नगाधिराज:
दिशि
इन्दो:
सिद्धा:
करिभि:
किरणै:
द्रुमाणाम्
स्रुतक्षीरतया
क्षुद्रे
छायायाम्
ग्रहासु
महाकाव्ये
श्रृङ्गाणि
विघट्टितानाम्
मानदण्ड:
प्रभवस्य
य:
घनानाम्
वृष्टिभि:
कालिदासेन
प्रथमाविभक्ति:
तृतीयाविभक्ति:
षष्ठीविभक्ति:
सप्तमीविभक्ति:
यथा
य:
करिभि:
इन्दो:
गुहासु
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Class 8 NCERT Sanskrit chapter हिमालयः
Answers
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15
•संस्कृत में संबोधन को छोड़कर सात विभक्तियां , 3 लिंग एवं तीन वचन होते हैं ।
विभक्तियां -प्रथमा, द्वितीय ,तृतीय, चतुर्थी ,पंचमी, षष्टी, सप्तमी ,संबोधन ।
•संस्कृत में तीन वचन होते हैं - एकवचन >> जिससे एक वस्तु का बोध हो , द्विवचन >> जिसमें दो वस्तुओं का बोध हो तथा बहुवचन >> जिससे अनेक वस्तुओं का बोध हो।
•लिंग : संस्कृत भाषा में 3 लिंग होते हैं। सामान्यता पुरुष जाति का बोध कराने वाले शब्द पुल्लिंग में , स्त्री जाति का बोध कराने वाले शब्द स्त्रीलिंग में तथा अन्य शब्द नपुसंकलिंग में होते हैं।
•संस्कृत में छह कारक होते हैं - कर्ता, कर्म ,करण, संप्रदान अपादान, अधिकरण।
•कारक को प्रकट करने के लिए शब्द के साथ जो प्रत्यय जोड़ा जाता है उसे विभक्ति कहते हैं।
उत्तराणि : -
प्रथमाविभक्ति: = नगाधिराज: , श्रृङ्गाणि, मानदण्ड:, सिद्धा:
तृतीयाविभक्ति: = किरणै:, कालिदासेन, वृष्टिभि:, स्रुतक्षीरतया ,किरणै: ,
षष्ठीविभक्ति: = घनानाम्, प्रभवस्य, विघट्टितानाम्, द्रुमाणाम्
सप्तमीविभक्ति = महाकाव्ये , छायायाम्, क्षुद्रे, दिशि
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विभक्तियां -प्रथमा, द्वितीय ,तृतीय, चतुर्थी ,पंचमी, षष्टी, सप्तमी ,संबोधन ।
•संस्कृत में तीन वचन होते हैं - एकवचन >> जिससे एक वस्तु का बोध हो , द्विवचन >> जिसमें दो वस्तुओं का बोध हो तथा बहुवचन >> जिससे अनेक वस्तुओं का बोध हो।
•लिंग : संस्कृत भाषा में 3 लिंग होते हैं। सामान्यता पुरुष जाति का बोध कराने वाले शब्द पुल्लिंग में , स्त्री जाति का बोध कराने वाले शब्द स्त्रीलिंग में तथा अन्य शब्द नपुसंकलिंग में होते हैं।
•संस्कृत में छह कारक होते हैं - कर्ता, कर्म ,करण, संप्रदान अपादान, अधिकरण।
•कारक को प्रकट करने के लिए शब्द के साथ जो प्रत्यय जोड़ा जाता है उसे विभक्ति कहते हैं।
उत्तराणि : -
प्रथमाविभक्ति: = नगाधिराज: , श्रृङ्गाणि, मानदण्ड:, सिद्धा:
तृतीयाविभक्ति: = किरणै:, कालिदासेन, वृष्टिभि:, स्रुतक्षीरतया ,किरणै: ,
षष्ठीविभक्ति: = घनानाम्, प्रभवस्य, विघट्टितानाम्, द्रुमाणाम्
सप्तमीविभक्ति = महाकाव्ये , छायायाम्, क्षुद्रे, दिशि
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ArchitectSethRollins:
very nice answer ^_^
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1
Hii There!!
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