Question 6:
कविता के आधार पर 'हरे चने' का सौंदर्य अपने शब्दों में चित्रित कीजिए।
Class 9 NCERT Hindi Kshitij Chapter चंद्र गहना से लौटती बेर
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‘चंद्र ग्रहण से लौटती बेर ‘ कविता के रचयिता कवि केदारनाथ अग्रवाल जी है। इस कविता में कवि का प्रकृति के प्रति गहन प्रेम का पता चलता है। वह चंद्र गहना नामक स्थान से लौटते हैं, तो वहां का प्राकृतिक परिवेश उन्हें बहुत आकर्षित कर लेता है। उसी प्रकृति एवं संस्कृति की एकता उन्होंने इस कविता में व्यक्त की है।
उत्तर:-
हरे चने का पेड़ बहुत छोटा होता है। कवि ने इसे एक बालिश्त भर का बताया है। वह अपने सिर पर गुलाबी रंगों के फूलों से ऐसा सजा रहता है मानो कोई अपने सिर को गुलाबी रंग की पगड़ी पहन कर खड़ा हो। उसका सौंदर्य अनुपम है। कवि उसकी सुंदरता पर मुग्ध होकर एकटक उसे निहारता है।
आशा है कि यह उत्तर आपकी मदद करेगा।।
उत्तर:-
हरे चने का पेड़ बहुत छोटा होता है। कवि ने इसे एक बालिश्त भर का बताया है। वह अपने सिर पर गुलाबी रंगों के फूलों से ऐसा सजा रहता है मानो कोई अपने सिर को गुलाबी रंग की पगड़ी पहन कर खड़ा हो। उसका सौंदर्य अनुपम है। कवि उसकी सुंदरता पर मुग्ध होकर एकटक उसे निहारता है।
आशा है कि यह उत्तर आपकी मदद करेगा।।
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37
हरा चना एक बीते का है र्सिर पर गुलाबी रंग की पगड़ी बांधकर सज धज कर खड़ा है.
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