Question 6:
मेघों के लिए 'बन-ठन के, सँवर के' आने की बात क्यों कही गई है?
Class 9 NCERT Hindi Kshitij Chapter मेघ आए
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सर्वेश्वर दयाल सक्सेना की कविता ‘मेघ आए’ प्राकृतिक सौंदर्य से युक्त कविता है। इसमें कवि ने बादलों के आने को एक मेहमान के रूप में पेश किया है। कवि ने आकाश में मेघों के आने का वर्णन की तुलना गांव में सज सवंरकर आने वाले दमाद के साथ की है। जिस प्रकार दमाद के आने पर गांव में प्रसन्नता का वातावरण उत्पन्न हो जाता है उसी प्रकार मेघा के आने पर धरती के प्राकृतिक उपादान उमंग में झूम उठते हैं।
उत्तर :-
जिस प्रकार दामाद अपने ससुराल में सज धजकर पूरी तैयारी से जाता है उसी प्रकार काले भूरे मेघ भी सज संवर कर आए हैं क्योंकि वह गांव के सभी अपने परायों पर अपने व्यक्तित्व का प्रभाव डालना चाहता था। वे बहुत प्रतीक्षा कराने के बाद आए हैं और अपने साथ पानी बिजली लाए हैं। उन्हें देखने के लिए सभी आतुर है। इस प्रकार मेघ बन ठन के संवर कर आए हैं।
आशा है कि यह उत्तर आपकी मदद करेगा।
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