Hindi, asked by BrainlyHelper, 1 year ago

"Question 6 निम्नलिखित प्रश्न का उत्तर दीजिए − 'ऐकै अषिर पीव का, पढ़ै सु पंडित होई' −इस पंक्ति द्वारा कवि क्या कहना चाहता है?

Class 10 - Hindi - साखी Page 6"

Answers

Answered by nikitasingh79
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इस पंक्ति के द्वारा कभी स्पष्ट करना चाहता है कि जो व्यक्ति अपने प्रिय परमात्मा के प्रेम का अक्षर पढ़ लेता है ज्ञानवान है।कुछ लोग बड़े बड़े धर्म ग्रंथों को पढ़कर अपने आपको विद्वान और ज्ञानवान सिद्ध करने का प्रयास करते हैं। कबीर जी का मत है कि वेदों पुराणों और उपनिषदों को पढ़ने से कोई लाभ नहीं होता। इनको पढ़ना बेकार है। इसके विपरीत जो ईश्वर प्रेम के मार्ग को अपनाकर उसमें डूब जाता है वही सच्चा विद्वान और ज्ञानवान है।==========================================================
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Answered by Anonymous
19

कबीर के अनुसार मोटी-मोटी किताबों को पढ़कर सिर्फ़ किताबी ज्ञान प्राप्त कर लेने से कोई पंडित नहीं बन सकता। जबकि ईश्वर भक्ति का एक अक्षर पढ़ कर भी लोग पंडित बन जाते हैं। अर्थात किताबी ज्ञान के साथ-साथ व्यवहारिक ज्ञान भी होना आवश्यक है। नहीं तो कोई वयक्ति ग्यानी नहीं बन सकता।

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