India Languages, asked by BrainlyHelper, 1 year ago

Question 6:
पदनिर्माणं कुरुत-
धातु:
प्रत्यय:
पदम्‌
यथा
कृ
+
तुमुन्‌
=
कर्तुम्‌
हृ
+
तुमुन्‌
=
---------------------
तृ
+
तुमुन्‌
=
---------------------
यथा
नम्‌
+
क्त्वा
=
नत्वा
गम्‌
+
क्त्वा
=
---------------------
त्यज्‌
+
क्त्वा
=
---------------------
भुज्‌
+
क्त्वा
=
---------------------
उपसर्ग:
धातु:
प्रत्यय:
पदम्‌
यथा
उप
गम्‌
ल्यप्‌
=
उपगम्य
सम्‌
पूज्‌
ल्यप्‌
=
---------------------

नी
ल्यप्‌
=
---------------------
प्र
दा
ल्यप्‌
=
---------------------
Class 8 NCERT Sanskrit chapter संसारसागरस्य नायकाः

Answers

Answered by nikitasingh79
67
•उपसर्ग : जो शब्दांश किसी शब्द के आरंभ में जुड़ कर उसके अर्थ बदल देते हैं उन्हें उपसर्ग कहा जाता है।
उपसर्ग के भेद  : १. संस्कृत उपसर्ग २. हिंदी उपसर्ग ३. उर्दू उपसर्ग।

•प्रत्यय : शब्दों के अर्थों में परिवर्तन अथवा कुछ विशेषता लाने के लिए उनके परे जो वर्ण या शब्दांश जोड़े जाते हैं उन्हें प्रत्यय कहते हैं।
• संस्कृत में इनका विभाजन पांच भागों में किया गया है।
तिड् प्रत्यय , सुप्  प्रत्यय , कृत् प्रत्यय, तद्धित प्रत्यय , स्त्री प्रत्यय ।
•कृत् प्रत्यय : कृत् प्रत्यय केवल धातु से ही जोड़े जाते हैं। इन पत्तियों को जोड़ने से जो शब्द बनता है उसे कृदन्त कहते हैं।
•कृदन्त प्रत्यय निम्न प्रकार के होते हैं :
क्त्वा  , तूमुन् , ल्यप् ।

उत्तराणि :-
१.
हृ + तुमुन्‌ = हर्तुम्
तृ + तुमुन्‌ = तर्तुम्

२.
गम्‌ + क्त्वा = गत्वा
त्यज्‌ + क्त्वा = व्यक्त्वा
भुज्‌ + क्त्वा = भुक्त्वा

३.
सम्‌  पूज्‌ ल्यप्‌ = सम्पूज्य
आ  नी ल्यप्‌ = आनीय
प्र  दा ल्यप्‌  = प्रदाय

HOPE THIS ANSWER WILL HELP YOU..
Answered by anu522
10
HEYA ..


UR ANS IS...

1] HARTUM


2] TARTUM

3] GATVAA

4] TYAKTAVAA

5] BHUJATVAA

6] SAMPUJYA


7] AANIYA

8] PRADANIYA

HOPE HELPED
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