Question 9:
आशय स्पष्ट कीजिए -
(क) अवश्य ही उनमें कोई ऐसी गुप्त शक्ति थी, जिससे जीवों में श्रेष्ठता का दावा करने वाला मनुष्य वंचित है।
(ख) उस एक रोटी से उनकी भूख तो क्या शांत होती; पर दोनों के हृदय को मानो भोजन मिल गया।
Class 9 NCERT Hindi Kshitij Chapter दो बैलों की कथा
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प्रेमचंद द्वारा रचित कहानी ‘दो बैलों की कथा’ में मनुष्य के पशु प्रेम तथा पुरुषों का अपने स्वामी के प्रति लगाव का सजीव चित्रण किया गया है। पशु अपने मालिक के लिए कुछ भी करने के लिए तैयार रहते हैं। हीरा - मोती की झूरी से प्रेम यही सिद्ध करता है। लेखक ने मूक पशुओं की एक दूसरे के प्रति सद्भावनाओं तथा स्वतंत्रता के लिए उनके संघर्ष का भी स्वाभाविक वर्णन किया है।
उत्तर :-
क) इस कथन से के माध्यम से लेखक यह कहना चाहता है कि पशु भी एक दूसरे से मूक भाषा में बातचीत कर लेते हैं तथा एक दूसरे के मन की बात समझ लेते हैं। उनकी इस प्रकार से एक दूसरे की मन की बात को जानने की जो शक्ति है वह केवल उन्हीं में है। मनुष्य जो कि स्वयं को समस्त प्राणियों में उच्च समझता है, उसमें भी ऐसी शक्ति नहीं है। यह विशेषता केवल पशुओं में ही होती है।
ख) गया के घर आने के बाद हीरा मोती को केवल सूखा चारा खाने को मिलता था। उन्हें सारा दिन खेतों में जोता जाता था तथा उनकी डंडों से पिटाई होती थी। उन्हें प्रेम करने वाला कोई नहीं था। छोटी बच्ची रात के समय उन्हें एक एक रोटी खिला देती थी ।इस एक रोटी को खाकर ही वह संतुष्ट हो जाते थे । क्योंकि इस एक रोटी के माध्यम से वह बच्ची उन्हें अपना प्यार दे देती थी जिससे उनका स्नेह के लिए भूखा ह्रदय तृप्त हो जाता था।
आशा है कि यह उत्तर आपकी मदद करेगा।।।
उत्तर :-
क) इस कथन से के माध्यम से लेखक यह कहना चाहता है कि पशु भी एक दूसरे से मूक भाषा में बातचीत कर लेते हैं तथा एक दूसरे के मन की बात समझ लेते हैं। उनकी इस प्रकार से एक दूसरे की मन की बात को जानने की जो शक्ति है वह केवल उन्हीं में है। मनुष्य जो कि स्वयं को समस्त प्राणियों में उच्च समझता है, उसमें भी ऐसी शक्ति नहीं है। यह विशेषता केवल पशुओं में ही होती है।
ख) गया के घर आने के बाद हीरा मोती को केवल सूखा चारा खाने को मिलता था। उन्हें सारा दिन खेतों में जोता जाता था तथा उनकी डंडों से पिटाई होती थी। उन्हें प्रेम करने वाला कोई नहीं था। छोटी बच्ची रात के समय उन्हें एक एक रोटी खिला देती थी ।इस एक रोटी को खाकर ही वह संतुष्ट हो जाते थे । क्योंकि इस एक रोटी के माध्यम से वह बच्ची उन्हें अपना प्यार दे देती थी जिससे उनका स्नेह के लिए भूखा ह्रदय तृप्त हो जाता था।
आशा है कि यह उत्तर आपकी मदद करेगा।।।
TheUrvashi:
really awesome ans✌✌
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दों बैलो की कथा एक शिक्षाप्रद कहानी है । इसमें मुख्य नायक हीरा और मोती नाम के दों बैल है । इस कहानी के लेखक मुंशी प्रेमचंद है । ये दोनों बैल सीधे सादे लोगों का प्रतिक है ।
दोनों को बहुत सारी आपदाओं का सामना करना पड़ता है ।
पर फिर भी दोनों एक दूसरे का साथ नहीं छोड़ते। दोनों अपनी आजादी के लिए संघर्ष करते है । कई सारे नैतिक मूल्यों का भी ध्यान रखते है । और अंत में दोनों अपने घर लौट आते है । इससे हमे शिक्षा मिलती है की कभी भी हार नहीं माननी चाहिए । हमेशा संघर्ष करो ।
दोनों को बहुत सारी आपदाओं का सामना करना पड़ता है ।
पर फिर भी दोनों एक दूसरे का साथ नहीं छोड़ते। दोनों अपनी आजादी के लिए संघर्ष करते है । कई सारे नैतिक मूल्यों का भी ध्यान रखते है । और अंत में दोनों अपने घर लौट आते है । इससे हमे शिक्षा मिलती है की कभी भी हार नहीं माननी चाहिए । हमेशा संघर्ष करो ।
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