राजस्थान में जनजागृति में कांग्रेस की भूमिका का वर्णन कीजिए।
Answers
राजनीतिक पार्टियों के प्रबंधक और रहनुमा जनजातीय बस्तियों की फेरी लगा रहे हैं. हर नेता कह रहा है वो और उसकी पार्टी आदिवासी समाज के सच्चे सेवक हैं |
मगर राजस्थान की राजनीति में नज़र रखने वाले कहते हैं कि जयपुर की सत्ता का रास्ता आदिवासी बस्तियों से होकर जाता है. कदाचित इसीलिए सहसा आदिवासियों के प्रति प्रेम उमड़ आया है |
राजस्थान में कांग्रेस पिछले पांच साल से सता में है, भाजपा वनवास काट रही है. लेकिन जब सिहांसन के लिए चुनावी जंग छिड़ी तो दोनों पार्टियों ने अपनी मुहिम का आग़ाज़ आदिवासी बहुल मेवाड़ से किया |
भाजपा नेता और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने अपनी सुराज रथ यात्रा इसी मेवाड़ के धार्मिक स्थल चारभुजा से शुरू की |
कांग्रेस ने इसके समानांतर 'सन्देश यात्रा' निकाली तो आदिवासी क्षेत्र को ज़्यादा अहमियत दी. कुर्सी के लिए दो दलों की जंग के बीच तीसरी शक्ति के बतौर उदय होने की कोशिश में लगे निर्दलीय सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने भी मेवाड़ में बहुतेरे दौरे किए हैं |
Answer:
राजस्थान में जनजागृति में कांग्रेस की भूमिका का वर्णन कीजिए।