रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए
1. हाइड्रोजन गैस से भरी परखनली के मुख पर जलती तीली ले जाने पर वह ……………… लौ के साथ जलती है। (नीली/पीली)
2. सोडियम हाइड्रॉक्साइड का जलीय विलयन …………….. अभिक्रिया का उदाहरण है। (ऊष्माशोषी/ऊष्माक्षेपी)
3. रासायनिक अभिक्रिया के दौरान पदार्थों में …………………… बंध टूटते व बनते हैं। (भौतिक/रासायनिक)
4. चूने के पानी में ……………… गैस प्रवाहित करने पर पानी दूधिया हो जाता है। (ऑक्सीजन/कार्बन डाइऑक्साइड)
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1. हाइड्रोजन गैस से भरी परखनली के मुख पर जलती तीली ले जाने पर वह नीली लौ के साथ जलती है। (नीली/पीली)
2. सोडियम हाइड्रॉक्साइड का जलीय विलयन ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया का उदाहरण है। (ऊष्माशोषी/ऊष्माक्षेपी)
3. रासायनिक अभिक्रिया के दौरान पदार्थों में रासायनिक बंध टूटते व बनते हैं।
(भौतिक/रासायनिक)
4. चूने के पानी कार्बन डाइऑक्साइड गैस प्रवाहित करने पर पानी दूधिया हो जाता है। (ऑक्सीजन/कार्बन डाइऑक्साइड)
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1). हाइड्रोजन गैस से भरी परखनली के मुख पर जलती तीली ले जाने पर वह नीली लौ के साथ जलती है।
2). सोडियम हाइड्रॉक्साइड का जलीय विलयन ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया का उदाहरण है।
3). रासायनिक अभिक्रिया के दौरान पदार्थों में रासायनिक बंध टूटते व बनते हैं।
4). चूने के पानी में कार्बन डाइऑक्साइड गैस प्रवाहित करने पर पानी दूधिया हो जाता है।
स्पष्टीकरण/Explanation:
- दिए गए रिक्त स्थान उपरोक्त विकल्पों के साथ सही ढंग से भरे जा सकते हैं।
- जब यह हाइड्रोजन गैस से भरी टेस्ट ट्यूब के मुंह में ले जाया जाता है तो यह एक नीली लौ के साथ जलती है क्योंकि यह लौ नीले रंग की होती है जो यह संकेत देती है कि इस क्षेत्र में पूरा दहन होता है।
- सोडियम हाइड्रॉक्साइड का जलीय विलयन ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया का उदाहरण है क्योंकि यह प्रकाश या गर्मी के माध्यम से ऊर्जा जारी करता है।
- रासायनिक अभिक्रिया के दौरान पदार्थों में रासायनिक बंध टूटते व बनते हैं क्योंकि यह रासायनिक पदार्थों के एक सेट के रासायनिक परिवर्तन की ओर जाता है, जो नए पदार्थों के निर्माण में मदद करता है।
- चूने के पानी में कार्बन डाइऑक्साइड गैस प्रवाहित करने पर पानी दूधिया हो जाता है। क्योंकि इस तथ्य के कारण समाधान दूधिया हो जाएगा कि कैल्शियम कार्बोनेट एक सफेद अवक्षेप है। चूने के पानी के बीच प्रतिक्रिया, जो कैल्शियम हाइड्रॉक्साइड, सीए (ओएच) 2 का एक समाधान है, और कार्बन डाइऑक्साइड का परिणाम कैल्शियम कार्बोनेट, सीएसीओ 3 नामक अघुलनशील ठोस के रूप में होगा। इस तथ्य के कारण समाधान दूधिया हो जाएगा कि कैल्शियम कार्बोनेट एक सफेद अवक्षेप है।
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