'राम-लक्ष्मण-परशुराम संवाद' प्रसंग का आधार क्या है ?
Answers
Answered by
7
ये चौपाइयाँ और दोहे रामचरितमानस के बालकांड से ली गईं हैं। यह प्रसंग सीता स्वयंवर में राम द्वारा शिव के धनुष के तोड़े जाने के ठीक बाद का है। शिव के धनुष के टूटने से इतना जबरदस्त धमाका हुआ कि उसे दूर कहीं बैठे परशुराम ने सुना। परशुराम भगवान शिव के बहुत बड़े भक्त थे इसलिए उन्हें बहुत गुस्सा आया और वे तुरंत ही राजा जनक के दरबार में जा पहुँचे। क्रोधित परशुराम उस धनुष तोड़ने वाले अपराधी को दंड देने की मंशा से आये थे। यह प्रसंग वहाँ पर परशुराम और लक्ष्मण के बीच हुए संवाद के बारे में है।
PLEASE MARK ME AS BRAINLIST
Answered by
0
Answer:
यह चौपाइयां रामायण रामचरितमानस के बालकांड से ली गई हैं इसमें सीता जी का स्वयंवर होता है और लक्ष्मण जी और परशुराम जी के बीच संवाद होता है
Similar questions