रामकृष्ण देव परमहंस द्वारा स्पर्श किए जाने पर नरेन्द्रनाथ को क्या अनुभूति हुई?
Answers
Answered by
0
Explanation:
वे ईश्वर को ढूढ़ने लगे और उसके लिए तड़पने लगे. उसकी खोज में मंदिर की पुरोहिती छोड़कर पास के एक निर्जन जंगल में जाकर रहने लगे. ईश्वर-दर्शन की बेचैनी और अधीरता बढ़ने लगी थी और उनका व्यवहार असामान्य होने लगा था. इसी असामान्य व्यवहार को किसी ने धर्मोन्माद का नाम दिया, तो किसी ने पागलपन का.
Similar questions