Hindi, asked by arvindsingh199599, 7 months ago

रेशियो के लिआकाशवाणी शव का
प्रयोग सवा किलकनि ने किया था​

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Answered by meeravaiw
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लिक्विडिटी रेशियो या तरलता अनुपात किसी कंपनी की उस क्षमता को दिखता है जिससे कंपनी मौजूद कर्ज को चुका सकती है. करंट रेशियो का एक से कम होना इस बात का संकेत है कि कंपनी की छोटी अवधि की संपत्ति उसके मौजूद कर्ज को चुकाने के लिए काफी नहीं है.

करंट रेशियो= करंट असेट/करंट लायबिलिटीज

शुद्ध मुनाफे में गिरावट

किसी कंपनी का शुद्ध मुनाफा यह दिखाता है कि कैसे कंपनी अपनी बिक्री और अपने खर्च का प्रबंधन कर रही है. शुद्ध मुनाफे में गिरावट यह दिखाता है कि कंपनी का खर्च बहुत अधिक है

शुद्ध मुनाफा=कुल आमदनी/कुल बिक्री

फ्री कैश फ्लो में कमी

फ्री कैश फ्लो कंपनी के कामकाजी खर्च के लिए राखी गयी रकम के बारे में बताता है. किसी साल में कंपनी के पास नेगेटिव कैश फ्लो का मतलब है कि कंपनी कामकाज सँभालने के लिए नकदी जुटाने में सफल नहीं हो पा रही है

फ्री कैश फ्लो =ऑपरेटिंग कैश फ्लो-कैपिटल एक्सपेंडिचर

बढ़ता कर्ज और घटता मुनाफा

किसी कंपनी की संपत्ति से अधिक कर्ज उसके मुश्किल में होने का संकेत है. कर्ज के अनुपात से यह पता चलता है कंपनी पर कुल कितना कर्ज है और भविष्य में इसे कंपनी कैसे चुका सकती है. इस तरह की कंपनियों का शुद्ध मुनाफा लगातार कम होता रहता है

Declining liquidity ratio

A current ratio of below 1 means a company's short-term assets are not enough to meet its current debt obligations. The liquidity ratio indicates a company's ability to pay off its current liabilities.

प्रोडक्ट जमा होते रहना

कंपनी के उत्पादन और उसके प्रोडक्ट की बिक्री के आंकड़े यह बताते हैं कि कंपनी अपने उत्पाद बेचने में कितनी कुशल है. उत्पाद जमा होने का मतलब कंपनी की बिक्री में कमी आना है

इन्वेंट्री टर्नओवर रेश्यो=कॉस्ट ऑफ़ गुड्स सेल्स/एवरेज इन्वेंट्री

फाइनेंशियल स्टेटमेंट में गड़बड़ी

कुछ कंपनियां जान बूझकर फाइनेंशियल स्टेटमेंट में गड़बड़ी करती हैं. वे इसमें कमाई, कर्ज, खर्च और संपत्ति की वैल्यू के आंकड़ों में उलटफेर करती हैं. साल 2009 में सत्यम कम्प्यूटर सर्विसेस का फ्रॉड इसका बढ़िया उदाहरण है

क्वालिटी से समझौता

ब्रांड बनाने में काफी सालों की मेहनत लगती है. इसके बाद भी कोई कंपनी अगर प्रोडक्ट की क्वालिटी से समझौता करने लग जाये, तो इसका मतलब यह है कि उसे उसकी ब्रांड वैल्यू की चिंता नहीं है. इसके बाद कंपनी के शेयरों की कीमत गिरने लगती है. हाल में ही वेलस्पन इंडिया इसका बेहतर उदाहरण है.

नोट: जिन शेयरों का यहां जिक्र किया गया है, वह सिर्फ संकेत के लिए है. खरीदने या बेचने के लिए कोई उदाहरण नहीं दिया गया है.

स्रोत:कैपिटलाइन

READ MORE:शुद्ध मुनाफा|वित्तीय समस्या|तरलता अनुपात|करेंट रेशियो|Net profit|liquidity ratio|financial problem

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