रैदास स्वयं को क्या मानते हैं?
(क) गरीब
(ख) स्वामी
(ग) लघु व तुच्छ
(घ) महान
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first option- Garib...
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रैदास ने भक्त और भगवान के सम्बन्ध में कहा है-वह प्रभु को चन्दन बताते हैं तो स्वयं को पानी। ... वह भगवान को घन मानते हैं तो स्वयं को बादल, वह भगवान को दीपक तो अपने को उसकी बाती, भगवान को मोती तो स्वयं को धागा, भगवान को स्वामी तो अपने को दास मानते हैं।
I mean the right answer is 1st option garib
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