Hindi, asked by elisachhetri70, 8 months ago

Rahim ki bhakti bhavna par prakash daliye.

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Answered by Anonymous
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Answer:

अब्दुल रहीम ख़ान-ए-ख़ानाँ या सिर्फ रहीम, एक मध्यकालीन कवि, सेनापति, प्रशासक, आश्रयदाता, दानवीर, कूटनीतिज्ञ, बहुभाषाविद, कलाप्रेमी, एवं विद्वान थे। वे भारतीय सामासिक संस्कृति के अनन्य आराधक तथा सभी संप्रदायों के प्रति समादर भाव के सत्यनिष्ठ साधक थे। उनका व्यक्तित्व बहुमुखी प्रतिभा से संपन्न था। वे एक ही साथ कलम और तलवार के धनी थे और मानव प्रेम के सूत्रधार थे।जन्म

17 दिसम्बर 1556

दिल्ली, मुगल साम्राज्य

निधन

1 अक्टूबर 1627 (उम्र 70)

आगरा, मुगल साम्राज्य

समाधि

अब्दुल रहीम खान-ए-खाना का मकबरा, दिल्ली

जीवनसंगी

मह बानू बेगम

संतान

2

पिता

बैरम खान

माता

जमाल खान की बेटी

धर्म

इस्लाम

जन्म से एक मुसलमान होते हुए भी हिंदू जीवन के अंतर्मन में बैठकर रहीम ने जो मार्मिक तथ्य अंकित किये थे, उनकी विशाल हृदयता का परिचय देती हैं। हिंदू देवी-देवताओं, पर्वों, धार्मिक मान्यताओं और परंपराओं का जहाँ भी आपके द्वारा उल्लेख किया गया है, पूरी जानकारी एवं ईमानदारी के साथ किया गया है। आप जीवन भर हिंदू जीवन को भारतीय जीवन का यथार्थ मानते रहे। रहीम ने काव्य में रामायण, महाभारत, पुराण तथा गीता जैसे ग्रंथों के कथानकों को उदाहरण के लिए चुना है और लौकिक जीवन व्यवहार पक्ष को उसके द्वारा समझाने का प्रयत्न किया है, जो भारतीय सांस्कृति की वर झलक को पेश करता है।

Answered by franktheruler
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रहीम की भक्ति भावना पर प्रकाश डालिए

रहीम की भक्ति भावना उनके दोहों से प्रदर्शित होती है

  • रहीम अपने दोहों से पहचाने जाते है। उनका नाम अब्दुल रहमान खान था। वे कलाप्रेमी, प्रशासक व कवि थे।
  • उन्होंने सोरठा, सवैया, कवित्त, छप्पय तथा

बरवै छंदों में काव्य रचना की है। उनकी

रचनाओं में अधिकतर प्रेम भावना छलकती है।

  • उनकी रचनाओं में श्रृंगार व हास्य रस का भी प्रयोग हुआ है।
  • वे जन्म से मुसलमान थे परन्तु अपनी रचनाओं में हिन्दू काव्यों का उल्लेख किया है। वे भेद भाव व ऊंच नीच को नहीं मानते थे।
  • उन्होंने रामायण, महाभारत , गीता व पुराण इन पवित्र व महाग्रंथों के उदाहरण अपनी रचनाओं में दिए है।
  • रहीम जी ने नीति काव्य परंपरा में भी अपना एक अलग स्थान बनाया है।
  • अपने दोहों में उन्होंने प्राणी व मानव जाति से प्रेम करने का संदेश दिया है। सभी जीवो पर दया करने की , प्रेम से रहने की प्रेरणा दी है।
  • रहीम जी के दोहों से लोगों के जीवन को सही दिशा मिलती है।
  • उन्होंने व्यापक व अनेक विषयो पर लेख लिखे है।

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