Hindi, asked by prashantkorai12, 1 year ago

ramdhari singh dinkar ka hindi sahitya me yogdan
par nimbandh

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Answered by aadihero1234
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'रामधारी सिंह दिनकर' का जन्म सन 1908 ई0 में बिहार राज्य के मुंगेर जिले के सिमरिया नामक गाँव में हुआ था। इनके पिता एक साधारण किसान थे। जब दिनकर जी दो वर्ष के थे तभी इनके पिता जी का स्वर्गवास हो गया। इनकी विधवा माता ने इनका पालन-पोषण किया।  

दिनकर जी ने पटना विश्वविद्यालय से बी०ए० (आनर्स) की परीक्षा उत्तीर्ण की। छात्र जीवन में ही ये कविता रचने लगे थे। कुछ समय तक अध्यापन कार्य करने के पश्चात ये सीतामढ़ी में सब रजिस्ट्रार बने। सन 1950 ई० में ये मुजफ्फरपुर के महाविद्यालय के हिन्दी विभाग के अध्यक्ष बने। सन 1952 ई० में इनको राज्य सभा का सदस्य मनोनीत किया गया।  

दिनकर जी केन्द्रीय सरकार की हिन्दी समिति के परामर्शदाता तथा भागलपुर विश्वविद्यालय के उपकुल पति भी रहे। इनको 'उर्वशी' नामक ग्रन्थ पर 'ज्ञानपीठ' पुरस्कार भी प्रदान किया गया। भारत सरकार ने इनको 'पद्म भूषण' की उपाधि प्रदान की। सन 1974 ई० में इनका स्वर्गवास हो गया।  

दिनकर की प्रमुख काव्य-कृतियाँ हैं-- 'रेणुका', 'हुंकार', 'रश्मिरथी', 'रसवंती', 'नील कुसुम', 'कुरुक्षेत्र', 'उर्वशी' आदि। उनकी प्रमुख गद्य-कृतियाँ हैं-- 'संस्कृत के चार अध्याय', 'शुद्ध-कविता की खोज', 'साहित्योंमुखी', 'दिनकर की डायरी', 'काव्य की भूमिका', 'रेती के फूल', 'मिट्टी की ओर', 'अर्धनारीश्वर' आदि, जिनमें उनके विभिन्न विचारात्मक एवं समीक्षात्मक निबंध संग्रहीत हैं।  

दिनकर जी आरम्भ से ही लोक के प्रति समर्पित कवि रहे हैं। राष्ट्रीय आन्दोलनों, गांधी जी की विचार धारा तथा बढ़ती हुई समाज की विशेषताओं, अत्याचारों ने मिलकर दिनकर जी की आत्मा को प्रभावित किया। यही कारण है कि उनके काव्य में राष्ट्रीयता, देश प्रेम, वर्तमान पतन एवं शोषण के प्रति विद्रोह, उद्बोधन आदि है।  

'दिनकर' जी हमारे राष्ट्रकवि हैं। उनकी कविताओं ने देश की सोयी हुई जनता को जगाया है। वे मानवता के महान पुजारी थे। वे देश में एक नई चेतना लाना चाहते थे। उन्होंने भारत के प्राचीन गौरव का गुणगान किया जिससे हम अपने भविष्य को उज्ज्वल बना लें।  



Answered by bhatiamona
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रामधारी सिंह दिनकर का हिंदी साहित्य में योगदान

Answer:

जैसे की हम सब जानते है रामधारी सिंह दिनकर एक हिंदी कवि, निबंधकार थे |

हिंदी साहित्य में योगदान में उनका बहुत योगदान रहा है |  

दिनकर का जन्म 23 सितम्बर 1908 को बिहार के मुंगेर जिले के सिमरिया ग्राम में हुआ था।  

रामधारी सिंह दिनकर एक देशभक्त और विद्वान इंसान थे।  

भारत के मुख्य आधुनिक कवियों में से एक माना जाता है। भारतीय स्वतंत्रता अभियान के समय में उन्होंने अपनी कविताओ से ही जंग छेड़ दी थी। रामधारी सिंह दिनकर देशभक्ति पर कविताएँ लिखकर लोगों को देश के प्रति जागरूक करते थे।  

देशभक्ति पर आधारित कविताओं के लिए उन्हें राष्ट्रकवि का दर्जा भी दिया गया था। हिंदी कवि सम्मलेन के वह दैनिक कवि थे | भारतीय आज़ादी अभियान के समय में दिनकर की कविताओं ने देश के युवाओं को काफी प्रभावित किया था।

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