Hindi, asked by tripathinaman26, 2 months ago

rani lakshmi bai bhartiya naritva ka Gaurav h. iss kathan k Aalok me jhasi ki rani upanyas ka mulyankan kijiye.​

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Answered by bhatiamona
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रानी लक्ष्मीबाई भारतीय नारीत्व का गौरव है। इस कथन के आलोक में ‘झांसी की रानी’ उपन्यास का मूल्यांकन कीजिये।

झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई हिंदी लेखक वृंदावनलाल वर्मा द्वारा लिखित एक ऐतिहासिक उपन्यास है। इसका प्रथम प्रकाशन सन् 1946 में हुआ। 1946 से 1948 के बीच लेखक ने इसी शीर्षक से एक नाटक भी लिखा जिसे 1955 में मंचित किया गया हालाँकि, उपन्यास अधिक प्रसिद्ध हुआ और इसे हिंदी भाषा में ऐतिहासिक उपन्यासों की श्रेणी में एक मील का पत्थर माना जाता है। 1951 में इस उपन्यास का पुनर्प्रकाशन हुआ। उपन्यास का कथानक भारत में ब्रिटिश राज के काल में मराठा शासित झाँसी राज्य की रानी लक्ष्मीबाई के चरित्र पर आधारित है। साथ ही यह 1857 के विद्रोह की आधुनिक व्याख्या भी प्रस्तुत करता है।

     महारानी लक्ष्मीबाई का जन्म काशी में 19 नवंबर 1835 को हुआ। लक्ष्मीबाई अपने बाल्यकाल में मनुबाई के नाम से जानी जाती थी।  रानी लक्ष्मीबाई ने सात दिन तक वीरतापूर्वक झांसी की सुरक्षा की और अपनी छोटी-सी सशस्त्र सेना से अंग्रेजों का बड़ी बहादुरी से मुकाबला किया। रानी ने खुले रूप से शत्रु का सामना किया और युद्ध में अपनी वीरता का परिचय दिया। महारानी लक्ष्मीबाई  से आगे बढ़ने की प्रेरणा और हिम्मत  मिलती है | सभी लकड़ियों को ऐसे ही बिना डरे आगे बढ़ना चाहिए |

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