रसखान द्वारा लिखे गए चार पद
Answers
Answered by
2
बांके लाल सारस्वत, महावन(मथुरा) : ' मानुस हौं तो वही रसखान, बसौं मिलि गोकुल गांव के ग्वारन, जो पसु हौं तो कहा बस मेरो, चरौं नित नंद की धेनु मंझारन' ये पंक्तियां हैं कृष्ण भक्त रसखान की। ... इसमें महाकवि रसखान की रचनाएं पढ़ने के लिए लोगों को मुहैया कराई जाएंगी।
Explanation:
hope it will help you buddy ☹️
Answered by
0
Answer:
बांके लाल सारस्वत, महावन(मथुरा) : ' मानुस हौं तो वही रसखान, बसौं मिलि गोकुल गांव के ग्वारन, जो पसु हौं तो कहा बस मेरो, चरौं नित नंद की धेनु मंझारन' ये पंक्तियां हैं कृष्ण भक्त रसखान की। ... इसमें महाकवि रसखान की रचनाएं पढ़ने के लिए लोगों को मुहैया कराई जाएंगी।
Explanation:
plz follow me
Similar questions
History,
1 month ago
Computer Science,
1 month ago
Physics,
1 month ago
Social Sciences,
3 months ago
Math,
3 months ago
History,
9 months ago
India Languages,
9 months ago