Hindi, asked by dk4507998, 2 months ago

रवि रूपी राजा का कीर्तिगायन कौन कर रहे हैं?

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Answered by Armygirl123
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Answer:

  • यहाँ पर कवि ने सूर्य की प्रशंसा का वर्णन किया है। प्रातकाल:जब सूर्य का उदय होता है तो रात के अंधकार से सभी को मुक्ति मिलती है ऐसा महसूस होता है जैसे कोई राजा अपने स्वर्ण रथ पर सवार होकर विजयी होकर आया हो और अपने राजा को देखकर उसके पक्षीरूपी चारण और बंदीगण उसकी प्रशंसा में कीर्ति के गीत गा रहे हो।

Explanation:

HopeithelpU

Answered by Anonymous
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Answer:

उत्तर – रवि की सवारी निकलने के पश्चात् प्रकृति उसका स्वागत राजा की तरह करती है । जिस प्रकार राजा निकलता है तो उसके जाने वाले पथ सजे रहते हैं , उसके चारों तरफ अनुचर पोशाक धारण कर उसका स्वागत करते हैं । बंदी और चारण के रूप में चिड़िया उनका कीर्ति ( यश ) गान करते हैं ।

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