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गांव के बाहर हम अपने दोस्तों के साथ ठंड से बचने के लिए सूखी हुई लकड़ियों को बिन कर जला रहे थे । पूस की महीना होने के कारण कनकनी भी काफी बढ़ चुका था । यदि हाथ गर्म करते तो ठंड से पैर सुन हो जाती थी ।
ठंड इतनी कि अगर कोई गलती से एक दूसरे को भी छू ले तो पूरे शरीर में बिजली-कौंध जाती थी ।
लेकिन इस ठंड में भी बुधन काका हाथ में टोकरी और एक छोटी - सी बोरी लेकर खेत की तरफ निकल दिए थे । बुधन काका के कुल 4 बेटियां थी जिनमें से दो की शादी हो चुकी थी और दो कि विवाह होने अभी बाकी थी । बड़ी बेटी की विवाह हुई थी तब काका पूरे गांव वालों को विवाह में शामिल किये थें और पूरी धूमधाम से विवाह हुई थी । बड़ी बेटी के विवाह के समय बुधनी काकी भी जीवित थी । बुधनी काकी ने बड़ी बेटी के लिए बहुत सारी गहना पहले से ही बनवा कर रखी हुई थी । जब बड़ी बेटी की विदाई हुई तब काकी ने एक-एक करके सभी गहने देकर विदा की थी ।
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Answer:
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