Rigor Mortis kya hota hai ?? Mujhe easy language mein acche se explain karo . I will mark you as brainliest .
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Answer:
Rigor mortis मृत्यु का तीसरा चरण है जो मृत्यु के पहचानने जाने योग्य लक्षणों में से एक है। यह मृत्यु के उपरान्त पेशियों में आने वाले रासायनिक परिवर्तनों के कारण होता है जिसके कारण शव के हाथ-पैर अकड़ने लगते है। Rigor Mortis मृत्यु के ४ घण्टे बाद ही हो सकता है।
Explanation:
कठोरता सबसे पहले सिर में दिखाई देती है फिर थोड़े थोड़े समय में पूरे शरीर में दिखाए देने लग जाता है। पूरे शरीर में कठोरता आने के लिए १२ घंटे लेता है, शरीर में १२ घंटे रुकता है और १२ घंटे में शरीर से निकल जाता है।
जब तापमान कम या ठंडा होता है तो कठोरता के क्षण की शुरुआत देर से होती है।
Answer:
Rigour (British English) or rigor (American English; see spelling differences) describes a condition of stiffness or strictness. Rigour frequently refers to a process of adhering absolutely to certain constraints, or the practice of maintaining strict consistency with certain predefined parameters. These constraints may be environmentally imposed, such as "the rigours of famine"; logically imposed, such as mathematical proofs which must maintain consistent answers; or socially imposed, such as the process of defining ethics and law........