Role of civil services in a democracy in hindi
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सिविल सेवकों की भूमिका
सरल शब्दों में कहे तो ये प्रशासनिक अधिकारी या सिविल सेवक किसी राजनैतिक व्यवस्था में रीढ़ की तरह होते हैं, जो सरकारी नीतियों और कानूनों के कार्यान्वयन, नीति-निर्माण, प्रशासनिक काम-काज और राजनेताओं के सलाहकार के रूप में काम करते हैं। इसके अलावा वे अपने तमाम भूमिकाओं के ज़रिए विधायी कार्य, अर्द्ध न्यायिक कार्य, कर और वित्तीय लाभों का वितरण, रिकॉर्ड रखरखाव और जनसंपर्क स्थापित करने जैसे दूसरे महत्वपूर्ण काम भी करते हैं।
लोकतंत्र और सिविल सेवक :- वैसे तो लोकतंत्र का हर स्तंभ बहुत ही महत्वपूर्ण होता है और सबकी अपनी अपनी भूमिका होती है। लेकिन इन सबमें लोक सेवकों की भूमिका काफी संवेदनशील होती है, क्योंकि वे जनता और सरकार के बीच की कड़ी के रूप में काम करते हैं।
सरकार की तरफ से लोक सेवक मुख्यतः तीन प्रकार के काम करते हैं :-
- सूचना प्रदाता और ज़मीनी हक़ीक़त से जुड़ी जानकारियाँ उपलब्ध कराना
- तमाम मामलों पर सरकार को परामर्श देना
- नीतियों, समस्याओं और उपायों का विश्लेषण करना
आम जनता के नज़रिए से लोक सेवकों के निम्नलिखित प्रमुख काम होते हैं : -
- विधि का शासन - जीरो टॉलरेंस की रणनीति बहाल करना
- संस्थानों को जीवंत, उत्तरदायी और जवाबदेह बनाना
- सक्रिय नागरिकों की भागीदारी – विकेंद्रीकरण सुनिश्चित करना
- शासन में नैतिकता और पारदर्शिता बनाये रखना
- नागरिक सेवाओं को हर तरीके से दिन-ब-दिन बेहतर बनाना