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| जल ही जीवन हैं। - इस शीर्षक पर कविता सृजन् ।
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जल, पृथ्वी पर है सबसे अनमोल रत्न
इसके बगैर कुछ नहीं कर सकते यत्न
सब कुछ करता सब कुछ भरता
धरती पर जीवन इसी में चलता
अब हम इसका कर रहे दुरुपयोग
जिसके कारण जग रहे हैं, कई नए रोग
धरती के नीचे से खींच रहें हैं,
अंधाधुंध पानी,
जिससे धरती नीचे हो रही बेजानी
पानी का सदा करों सदुपयोग
आए न सूखा न कोई रोग,
रोको यह जल रोहन अभियान
वरना बिना मौत के गवाओगे अपनी जान
hope it helps
kindly mark it brainliest...
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