सुभद्रा कुमारी चौहान की काव्य सौंदर्य का वर्णन कीजिए
Answers
सुभद्रा कुमारी चौहान की काव्य सौंदर्य का वर्णन कीजिए
सुभद्रा कुमारी चौहानका जन्म 16 अगस्त 1904 ग्राम निहालपुर, इलाहाबाद में हुआ था |
वह बचपन से ही अशिक्षा , अंधविश्वास , जाति आदि प्रथाओं के विरुद्ध लड़ी | वह पहली महिला सत्याग्रही थी |
शैशव से प्रेम पर जितनी कविताएँ लिखी है , भक्तिकल के बाद वह अतुलनीय है |
इन्होंने दो कविता संग्रह तथा तीन कहानी संग्रह लिखी है |
झाँसी की रानी कविता से यह बहुत प्रसिद्ध हुई थी |
सुभद्रा कुमारी जी की कविता के प्रमुख प्रतियाय है , प्रेम और वात्सल्य |
इनकी कविताओं में प्रेम के अंतर्गत देश प्रेम और प्रेम और आध्यात्मिक प्रेम को प्रमुखता है | सुभद्रा कुमारी चौहान के काव्य के विविधता होते हुए भी उनकी कविताएँ है |
सुभद्रा कुमारी चौहान मुकुल काव्य संग्रह से प्रेमगीत , राष्ट्रभक्ति गीत केन्द्रित है |
यह कविता झाँसी की रानी की समाधि पर सुभद्रा कुमारी चौहान द्वारा लिखी गई है|
इन पंक्तियों में रानी लक्ष्मीबाई के बलिदान के महत्व पर प्रकाश डालते हुए उनके प्रति भावपूर्ण श्रदांजली अर्पित की है |