सः चौरात् बिभेति इस वाक्य में 'चौरात' पद में विभक्ति है?
(i) द्वितीया
(ii) पञ्चमी
(iii) सप्तमी
(iv) षष्ठी
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Answer:
चौरात् इति पञ्चमी विभक्तेः रूपम् अस्ति।
२) पञ्चमी
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दिए गए प्रश्न के आधार के अनुसार –
भीत्रार्थानां भयहेतुः’ सूत्र के अनुसार भय या त्रस्त होने पर भय अथवा त्रस्त के हेतु की अपादान संज्ञा होती है और ‘अपादाने पञ्चमी’ सूत्र से उसकी पञ्चमी विभक्ति होती है। जैसे-
बालकः पितुः बिभेति।
सज्जनः दुर्जनेभ्यः त्रायते।
रामः सिंहात् बिभेति।
सः चौरेभ्यः विभेति
अतः स्पष्ट है कि 'सः चौरेभ्यः विभेति' इस वाक्य में भय के अर्थ में 'चौरेभ्यः' भय का हेतु होने के कारण उसकी अपादान संज्ञा हुई है और उसमें पञ्चमी विभक्ति है।
सः चौरात् बिभेति इस वाक्य में 'चौरात' पद में पञ्चमी विभक्ति है।
उत्तर (ii) सही हैं ।
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