साहस, कष्टों से जूझना, आत्मविश्वास, कर्तव्य निष्ठा, किसी व्यक्ति- विशेष, जाति- विशेष अथवा आयु- विशेष की बपौती नहीं है। आवश्यकता है समयोचित योग्य निश्चय की। एक छोटी सी चिंगारी प्रचंड अग्नि का रूप धारण कर लेती है। लोकमंगल में छोटी उम्र की उतनी ही उपयोगिता और सार्थकता है जितनी की बड़ी उम्र की।
इस परिच्छेद का भाव 30 से 40 अक्षर में लिखो।
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- एक छोटी सी चिंगारी प्रचंड अग्नि का रूप धारण कर लेती है। लोकमंगल में छोटी उम्र की उतनी ही उपयोगिता और सार्थकता है जितनी की बड़ी उम्र की।
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