स्कूल की परीक्षा पर अनुच्छेद
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परीक्षा के माध्यम से ही अंकों का पता चलता है | सभी पाठशाला में परीक्षा के अलग-अलग नियम होते हैं | किसी भी वस्तु, व्यक्ति या घटना की विस्तृत जाँच को परीक्षा कहा जाता है | प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में परीक्षा का महत्व सबसे अधिक है |
परीक्षा ही होती है जो हमारे अच्छाई और कमियां को बताकर हमें हमारे गलतियों को सही करवाती और हमें आगे बढ़ने में सहायता करती है |
यदि हम परीक्षा में सफल होते हैं तो आगे बढ़ते हैं और विफल होते है तो हमें अनुभव मिलता है और कुछ नया सीखते हैं | परीक्षा हमारे व्यक्तित्व और ज्ञान को निखारती है | प्रत्येक व्यक्ति को अपने जीवन में बहुत सी परीक्षाएं देनी पड़ती है, जो की हमारे जीवन में बहुत ही अहम भूमिका निभाती है |
परीक्षा नाम सुनते ही सबके मन में घबराहट उत्पन्न हो जाती है | लेकिन परीक्षा हमारी मित्र होती है | परीक्षा हमें सच्चाई से अवगत कराती है | यदि कोई परीक्षा से डरता है तो वह सच्चाई से डरता है |
यदि समय-समय पर परीक्षा का आयोजन नहीं किया जाए तो हम कभी भी अपने गलती को नहीं जान पाएँगे, और ना ही हम कुछ नया सिख पाएंगे |
परीक्षा दो प्रकार के होते हैं एक स्कूल की परीक्षा दूसरा जीवन का परीक्षा | स्कूल का परीक्षा तो कुछ ही सालों में ख़त्म हो जाता है | लेकिन जीवन का परीक्षा हमारे साथ मरते दम तक चलते रहता है | जीवन में बहुत से परीक्षाएं देनी पड़ती है |
और यह परीक्षा एक ऐसी परीक्षा होती है जो हमें न चाहते हुए भी देना पड़ता है | शूल की परीक्षा में तो कुछ ही दिनों बाद रिजल्ट आ जाता है |लेकिन विडंबना यह है की जीवन का परीक्षा में कभी-कभी रिजल्ट भी नहीं आती है | जब आता है तो हमें उसे समझना भी पड़ता है |
स्कूल की परीक्षा का हम तैयारी भी कर लेते हैं | लेकन जीवन में आने वाली परीक्षा कभी बताकर नहीं आती है | जिसे हमें तैयार होने का वक्त भी नहीं देती है |
हम इसे छोड़ भी नहीं सकते हैं यह परीक्षा हमें देना ही पड़ता है | यह किसी एक विषय से संबंधित नहीं होती है | यह परीक्षा हमारे जिंदगी के कई महत्वपूर्ण विषयों से संबंधित आती है |हमारे सामने किसी भी तरह का परीक्षा हो वह चाहे स्कूल का परीक्षा हो या फिर हमारे जीवन का परीक्षा हो उस समय हमें यह नहीं सोंचना है की हम सफल होंगे या असफल होंगे | हमें केवल अपने अनुभव का इस्तेमाल करना चाहिए