स्कूल पत्रिका के लिए काई, स्वरचित, कविता, कहानी, लख, अनुभव आदि लिखिए ।
Answers
Answered by
5
स्कूल पत्रिका के लिये स्वरचित कविता
कविता का शीर्षक — गरमी
गरमी के दिन बड़ा सताते।
पसीने से तर-बतर हो जाते।।
सूरज हो रहा बेरहम।
कहाँ खेलने जाये हम।।
तप रही है ये धरती।
सूखी नदी आहें भरती।।
कुल्फी का आया जमाना।
शरबत को भी आजमाना।।
आम फलों का है सरताज।
गरमी में इसका है राज।।
पानी तो अब लागे है प्यारा।
एसी-कूलर बन गया न्यारा।।
हमको तो बस यही है कहना।
ओ गरमी तुम दूर ही रहना।।
Similar questions