साखिया
मानसरोवर सुधर जल, हंसा केलि कहि।
मुकताफल कता छ, अव उहि अनत न जाहि ।।
प्रेमी हुँदत में फिरौ, प्रेमी मिले न कोड।
प्रेमी को प्रेमी मिले, सब विष अमृत होइ। 2।
हस्ती चढिए ज्ञान को, सहज दुलीचा डारि।
स्वान रूप संसार है, भूकने दे ख मारि। ३।।
पखापखी के कारनै, सब जग रहा भुलान।
निरपख होइ के हरि भजे, सोई संत सुजान।4।।
हिंदू मू राम कहि, मुसलमान खुदाई।
कहै कबीर सो जीवता, जो हैं के निकट न जाइ।5।।
काना फिरि कासी भया, रामहि भया हो।
मोट चून मैदा भया, बैठि कबीरा जीम।6।
ऊँचे कुल का जनमिया, जे करनी ऊँच न हो।
सुबरन कलस सुरा भरा, साधू निंदा सोई।7।।
plz give me prasang
Answers
Answered by
0
Answer:
long explain...
Explanation:
please wait
Similar questions