संन्यासी के लिए इन दोनों में कोई अंतर नहीं था-
Answers
Answered by
16
Answer:
- संन्यासी के लिए मृग का शरीर एक घास के घट्टे के सामान था।
- परिच्छेद में एक राजकुमार घोड़े पर सवार होकर आया
- संन्यासी की कुटी पर राजकुमार पर शीतल वायु का ऐसा प्रभाव पड़ा जैसे मुरझाते हुए वृक्ष पर वर्षा का प्रभाव पड़ता है।
Answered by
4
Answer: सन्यासी के लिए इन दोनों में कोई अंतर नहीं था क्योंकि–
1. सन्यासी जो कि अपनी साधना में मगन रहता है उसके लिए मृग का शरीर कोई खास नहीं जान पड़ता है वह एक खास के घट्टे के समान प्रतीत होता हैहै।
2. परिच्छेद में दृश्य राजकुमार घोड़े पर सवार होकर आता है सन्यासी की कुटी पर वहा पर राजकुमार पर शीतल वायु का कुछ ऐसा प्रभाव पड़ता है मानो लगता है मुरझाते हुए पेड़ पर बारिश का प्रभाव पड़ा हो।
Explanation: इस परिच्छेद में जो दृश्य सामने आया है उसका वर्णन कुछ इस प्रकार है जिसमें सन्यासी और राजकुमार दोनों ही देखे जा सकते हैं।
Similar questions