सांप्रदायिक राजनीति के अर्थ संबंधी निम्नलिखित कथनों पर गौर करें। सांप्रदायिक राजनीति इस धारणा पर आधारित है कि : (अ) एक धर्म दूसरों से श्रेष्ठ है। (ब) विभिन्न धर्मों के लोग समान नागरिक के रूप में खुशी-खुशी साथ रह सकते हैं। (स) एक धर्म के अनुयायी एक समुदाय बनाते हैं। (द) एक धार्मिक समूह का प्रभुत्व बाकी सभी धर्मों पर कायम करने में शासन की शक्ति का प्रयोग नहीं किया जा सकता। इनमें से कौन या कौन-कौन सा कथन सही है? (क) अ, ब, स और द (ख) अ, ब और द (ग) अ और स (घ) ब और द
Answers
Answered by
11
Answer:
सांप्रदायिक राजनीति के अर्थ संबंधी निम्नलिखित कथनों पर गौर करने पर कथन (ग) अ और स सही है ।
Explanation:
सांप्रदायिक राजनीति इस धारणा पर आधारित है कि :
(अ) एक धर्म दूसरों से श्रेष्ठ है।
(स) एक धर्म के अनुयायी एक समुदाय बनाते हैं।
** संप्रदाय राजनीति का अर्थ राजनीति में धर्म का प्रयोग तथा इसमें कहा जाता है कि एक धर्म दूसरे धर्म से श्रेष्ठ है । इसमें एक धर्म दूसरे धार्मिक समूह से बिल्कुल विपरीत होता है तथा उनकी मांगे भी एक-दूसरे के विरुद्ध होती हैं।
आशा है कि यह उत्तर आपकी मदद करेगा।।।
Similar questions