सार्थक अंकों से आप क्या समझते हैं?
Answers
Answer:
किसी राशि के मापन में प्रयुक्त वे अंक जो मापक यंत्र की याथार्थ के अंतर्गत उस रासी के मान को व्यक्त करते है सार्थक अंक कहलाते है अर्थात सार्थक अंक किसी मापन में अंकों की वह संख्या है जिसकी शुद्धता स्पष्ट है या निश्चित है
किसी संख्या और शून्य के सभी गैर-अंकीय अंक जो उनके बीच शामिल होते हैं या जो अंतिम शून्य होते हैं सार्थक अंक को दर्शाते हैं |
Explanation:
सार्थक अंक वे अर्थपूर्ण अंक होता है जो निश्चित रूप से ज्ञात होता है | अनिश्चित को व्यक्त करने के लिए पहले निश्चित अंक लिखे जाते है | सार्थक अंक संख्या को वैज्ञानिक संकेत मे व्यक्त करने की एक विधि है | उदाहरण ;
- 80.4590 , जहा सार्थक अंक (n) = 5
- 965.42600 , जहा सार्थक अंक (n) = 6
तीन नियम द्वारा सार्थक अंक ज्ञात किया जाता है ;
(1) गैर-शून्या अंक हमेशा सार्थक अंक होता है |
(2) दो सार्थक अंक के बीच उपस्थित अंक सार्थक अंक होता है |
(3) दशमलव भाग मे केवल एक अंतिम शून्य या अनुगामी शून्य सार्थक अंक होता है |