Hindi, asked by sharmanarayan8, 1 month ago

सूर्य ग्रहण का चित्र बनाइए और सूर्यग्रहण को देखने हेतु हमे क्या क्या सावधानी रखनी चाहिए​

Answers

Answered by vaishalishinde538
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Answer:

सूर्य ग्रहण एक तरह का ग्रहण है जब चन्द्रमा, पृथ्वी और सूर्य के मध्य से होकर गुजरता है तथा पृथ्वी से देखने पर सूर्य पूर्ण अथवा आंशिक रूप से चन्द्रमा द्वारा आच्छादित होता है।

चन्द्रमा जब सूर्य को पूर्ण रूप से आच्छादित कर लेता है तो उसे पूर्ण सूर्य ग्रहण कहते हैं जैसा कि 1999 के सूर्य ग्रहण में देखा गया। इसके अन्तिम छोर (लाल रंग में) पर सौर ज्वाला अथवा विस्तृत कॉरोना तन्तु देखे जा सकते हैं।

पूर्ण सूर्य ग्रहण

वलयाकार सूर्य ग्रहणआंशिक सूर्य ग्रहण

वलयाकार सूर्य ग्रहण (बायें) तब दिखाई देता है जब चन्द्रमा सूर्य को पूरी तरह एक साथ नहीं आच्छादित कर पाता। (जैसा= 20 मई 2012 के सूर्य ग्रहण में देखा गया।) आंशिक सूर्य ग्रहण की स्थिति में चन्द्रमा द्वारा सूर्य का कोई एक हिस्सा आवरित किया जाता है (23 अक्टूबर 2014 का सूर्य ग्रहण)।

भौतिक विज्ञान की दृष्टि से जब सूर्य व पृथ्वी के बीच में चन्द्रमा आ जाता है तो चन्द्रमा के पीछे सूर्य का बिम्ब कुछ समय के लिए ढक जाता है, इसी घटना को सूर्य ग्रहण कहा जाता है। पृथ्वी सूरज की परिक्रमा करती है और चाँद पृथ्वी की। कभी-कभी चाँद, सूरज और धरती के बीच आ जाता है। फिर वह सूरज की कुछ या सारी रोशनी रोक लेता है जिससे धरती पर साया फैल जाता है। इस घटना को सूर्य ग्रहण कहा जाता है। यह घटना सदा सर्वदा अमावस्या को ही होती है।.

Answered by tushargupta0691
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Answer:

  • सीधे सूरज की तरफ नही देखना चाहिए
  • होममेड फिल्टर या साधारण धूप के चश्मे का उपयोग न करें, यहां तक ​​कि बहुत गहरे धूप का चश्मा भी नहीं
  • ग्रहण देखने के लिए विशेष प्रयोजन वाले सौर फिल्टर, जैसे कि ग्रहण चश्मा या सौर दर्शक का उपयोग करें
  • फ़िल्टर निर्देशों को पढ़ें और उनका पालन करें और बच्चों की देखरेख करें
  • ग्रहण के किसी भी चरण में, एक कैमरा, टेलीस्कोप, दूरबीन या अन्य ऑप्टिकल उपकरण के माध्यम से सूरज को न देखें,
  • और इन उपकरणों के साथ कभी भी सौर फिल्टर का उपयोग न करें, क्योंकि केंद्रित सौर किरणें उन्हें नुकसान पहुंचाएंगी और आंखों की गंभीर चोट का कारण बन सकती हैं।
  • उपयोग से पहले अपने सौर फिल्टर का निरीक्षण करें; यदि यह खरोंच या क्षतिग्रस्त है, तो फ़िल्टर को छोड़ दें
  • पिनहोल प्रक्षेपण अप्रत्यक्ष रूप से सूर्य को देखने का एक सुरक्षित तरीका है;

Explanation:

सूर्य ग्रहण से पहले सूतक काल लगता है और सूतक काल के दौरान ही सभी चीजों में तुलसी की पत्तियां डाल देनी चाहिए। मान्यतानुसार, ग्रहणकाल शुभ नहीं होता है इसलिए इस दौरान चीजें दूषित हो जाती हैं। ... वहीं आपको इस दौरान तुलसी के पौधे को भी स्पर्श नहीं करना चाहिए, सूतक काल के बाद तुलसी के पत्तों को ना तोड़ें।

#SPJ3

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