सूर्य नमस्कार में किन-किन आसनों का अभ्यास होता है? विस्तार से समझाइये।
Answers
Answer:
सूर्य नमस्कार का अर्थ है सूर्य को नमस्कार। यह सांस की जागरूकता के साथ किए जाने वाले योग आसनों का एक लोकप्रिय अनुक्रम है। यह अपने आप में एक पूर्ण साधना या योगाभ्यास है और इसमें आसन, प्राणायाम, मंत्र, और ध्यान तकनीक शामिल हैं। सूर्य नमस्कार की अवधारणा सूर्य को प्रतिष्ठित करने की प्राचीन प्रथा से आती है जिसे ग्रह पर हर रचना का स्रोत माना जाता है और आध्यात्मिक चेतना का भी प्रतीक है।
सूर्य नमस्कार में 12 आसन हैं;
प्राणासन या अंजलि मुद्रा / प्रार्थना मुद्रा
उत्थान हस्थासन / उर्ध्व प्रणाम
पादहस्तासन या उत्तानासन / हाथ से पैर या तीव्र आगे की ओर झुकना
अश्व संचलाना / अश्वारोही मुद्रा
फलाकसाना या दंडासन / तख़्त मुद्रा
अष्टांग नमस्कार / आठ अंग या घुटने छाती और चिन के साथ नमस्कार
भुजंगासन / कोबरा मुद्रा
अधो मुख सवासना / अधोमुख मुख श्वान
अश्व संचलाना / अश्वारोही मुद्रा
पादहस्तासन / हाथ से पैर
उत्थान हस्थासन / उर्ध्व प्रणाम
प्राणासन या अंजलि मुद्रा / प्रार्थना मुद्रा