सूर्यकांत त्रिपाठी निराला जी का जीवन परिचय जन्म मृत्यु रचनाएं कार्यक्षेत्र please tell me fast this is a project work
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Surya Kant triphati ji ka janm Bengal ki mahishadal riyasat ma magh suhkla 21feburary 1896 and died in 15 October 1961 ma hua tha
प्रश्न :-
सूर्यकांत त्रिपाठी निराला जी का जीवन परिचय जन्म मृत्यु रचनाएं एवं कार्यक्षेत्र ।
उत्तर :-
महाकवि सूर्यकांत त्रिपाठी निराला का जन्म सन् 1897 ई. में बंगाल के मेदिनीपुर जिले में हुआ था। इन्होंने बाँग्ला, संस्कृत और हिंदी हाई स्कूल की कक्षा तक आते-आते सीख ली ।
निराला जी का पारिवारिक जीवन कष्टमय रहा । सन् 1916 में इन्होंने 'जुही की कली' की रचना की । 1922 में रामकृष्णमिशन के पत्र 'समन्वय' का संपादन किया और 1923-24 में 'मतवाला' का संपादन किया । तीन दिन बाद ये लखनऊ आ गये और 'गंगा पुस्तक माला' का संपादन करने लगे । ये स्वभाव के विद्रोही तथा निर्भीक थे । ये बहुत स्पष्टवादी थे ।
निराला जी बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे । 'परिमल','जुही की कली,'गीतिका','अनामिका','राम की शक्ति पुजा','अपरा','तुलसीदास','कुकुरमुत्ता','अप्सरा','प्रभावती' आदि ईनकी प्रसिद्ध कृतियां हैं।
15 अक्तूबर, 1916 को इनका देहावसान हुआ ।