'सूरदास का बाल-वर्णन बेजोड़ है'-समीक्षा कीजिए।
Answers
Answered by
3
Answer:
व्याख्या - प्रस्तुत पद में सूरदास जी बाल गोपाल के नख शिख सौंदर्य का अद्वित्य वर्णन कर रहे हैं। श्री कृष्ण हाथ में दही लिए हुए हैं। घुटनों के बल से उनका शरीर धूल - धूसरित हो गया। ... सूरदास जी कहते हैं कि कृष्ण के इस मुख पर पलभर भी दर्शन लाभ होना जीवन को धन्य बना देता हैं ,फिर सैकड़ों कल्पों तक जीने से क्या लाभ।
Similar questions