सोशलिस्ट पार्टी, कम्युनिस्ट पार्टी व नेहरू विकास के किस मॉडल से गहरे प्रभावित हैं
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Answer:
Explanation:
साम्यवाद एक सामाजिक व्यवस्था है जिसके तहत प्रत्येक का मुक्त विकास सभी के मुक्त विकास की शर्त है। व्लादिमीर लेनिन के राजनीतिक सिद्धांत में, एक वर्गहीन समाज प्रत्यक्ष उत्पादकों द्वारा नियंत्रित समाज होगा, जो सामाजिक रूप से प्रबंधित लक्ष्यों के अनुसार उत्पादन करने के लिए संगठित होगा।
उत्तर:
नेहरू के तहत, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस, भारत की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी, ने 1936 में सामाजिक-आर्थिक नीतियों के लिए समाजवाद को एक विचारधारा के रूप में अपनाया। समाजवादियों और कम्युनिस्टों ने भी जमींदारों के खिलाफ बंगाल में किसानों के तेभागा आंदोलन को अंजाम दिया।
व्याख्या:
भारत में समाजवाद एक राजनीतिक आंदोलन है जिसकी स्थापना 20वीं सदी की शुरुआत में औपनिवेशिक शासन से भारतीय स्वतंत्रता प्राप्त करने के व्यापक आंदोलन के एक भाग के रूप में की गई थी। इस आंदोलन की लोकप्रियता तेजी से बढ़ी क्योंकि इसने जमींदारों, रियासतों और जमींदारों के खिलाफ भारत के किसानों और मजदूरों के मुद्दों का समर्थन किया। समाजवाद ने भारत सरकार की प्रमुख आर्थिक और सामाजिक नीतियों को आकार दिया, लेकिन स्वतंत्रता के बाद 1990 के दशक की शुरुआत तक ज्यादातर डिरिजिस्म का पालन किया।
समाजवाद उत्पादन के साधनों के सामूहिक, सामान्य या सार्वजनिक स्वामित्व पर आधारित एक लोकलुभावन आर्थिक और राजनीतिक व्यवस्था है। उत्पादन के उन साधनों में मशीनरी, उपकरण और कारखाने शामिल हैं जिनका उपयोग माल का उत्पादन करने के लिए किया जाता है जिसका उद्देश्य सीधे मानव की जरूरतों को पूरा करना है।
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